चुनिंदा प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे थे दंगाई

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के दौरान विशेष समुदाय की भीड़ के निशाने पर हिदुओं की संपत्ति थी। दंगाईयों की भीड़ ने देर रात तक उत्पात मचाते हुए शिव विहार तिराहे के आसपास की हिदु समुदाय के लोगों की संपत्तियों में तोड़-फोड़ करने के साथ आगजनी की थी। इस दौरान एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हुई थी जबकि दूसरे व्यक्ति की गोदाम में की गई आगजनी में जलकर दर्दनाक मौत हुई थी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से दायर किए तीसरे आरोप पत्र में इन बातों को शामिल किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 07:28 PM (IST)
चुनिंदा प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे थे दंगाई
चुनिंदा प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे थे दंगाई

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिसा के दौरान दंगाइयों के निशाने पर समुदाय विशेष की दुकानें थी। यही वजह रही कि दंगाइयों की भीड़ ने दंगे के दौरान देर रात तक उत्पात मचाते हुए शिव विहार तिराहे के आसपास की समुदाय विशेष के लोगों की संपत्तियों में तोड़-फोड़ करने के साथ आगजनी की थी। इस दौरान एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हुई थी, जबकि दूसरा गोदाम में ही जिंदा जल गया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की तरफ से बृहस्पतिवार को दायर किए गए एक अन्य पत्र में इन बातों को शामिल किया गया है।

क्राइम ब्रांच के आरोप पत्र के मुताबिक उत्तर-पूर्वी जिले में हुए दंगों की शुरुआत कर्दमपुरी, मौजपुर और चांद बाग से हुई थी। इसके बाद दंगाइयों की भीड़ उत्तर-पूर्वी जिले के विभिन्न इलाकों में और उसके बाद डीआरपी स्कूल और राजधानी पब्लिक स्कूल के पास शिव विहार तिराहा पर पहुंची थी। दोपहर बाद लगभग तीन बजे बृजपुरी पुलिया की तरफ से विशेष समुदाय के लोगों की भीड़ आ गई और दंगा शुरू कर दिया। दंगाइयों ने देर रात तक उत्पात मचाया। उन्होंने अनिल स्वीट्स, अनिल डेयरी और पेस्ट्री शॉप, बुक शॉप, डीआरपी स्कूल और अनिल स्वीट्स के गोदाम आदि को चुन-चुनकर निशाना बनाया। देर शाम महालक्ष्मी एन्क्लेव निवासी राहुल सोलंकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोकलपुरी और दयालपुर थाने में दंगे, आगजनी और हत्या के 12 मामले दर्ज किए गए।

दिलबर नेगी, जो अनिल स्वीट्स पर काम करता था। दंगे के दिन वह लंच और आराम करने के लिए गोदाम में चला गया था। देर रात तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। 25 फरवरी को भी दंगे जारी रहे। 26 फरवरी की दोपहर गोकलपुरी थाने की पुलिस को चमन पार्क स्थित अनिल स्वीट्स के ए -29 के दूसरी मंजिल पर बने गोदाम से दिलबर नेगी का जला हुआ शव मिला। यह मामला गोकलपुरी थाने में दर्ज किया गया और आगे की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की एसआइटी को हस्तांतरित किया गया। आगे की जांच में क्राइम ब्रांच को कुछ ही सीसीटीवी फुटेज मिल सके। आसपास के अधिकांश सीसीटीवी कैमरे दंगाइयों द्वारा नष्ट कर दिया था। सीडीआर के विश्लेषण के साथ चश्मदीद गवाह व तकनीकी सुबूतों के आधार पर इस मामले में 12 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित लोगों ने कई बार अपनी जमानत के लिए आवेदन किया, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज दिया। सभी आरोपित फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

chat bot
आपका साथी