खाना के माध्यम से नहीं फैलता कोरोना वायरस, पर एहतियात है जरूरी

अब बाहरी खानपान में जहां कटौती हुई तो वहीं बाजार से फल व सब्जियों को खरीदने के बाद उसे ठीक से साफ करने की लोगों में नई आदत देखने को मिली है। जो एक अच्छी आदत है लेकिन चिकित्सकों के मुताबिक कोरोना वायरस सांस से जुड़ी बीमारी है खान-पान के माध्यम से ये वायरस नहीं फैलता है। असल में खाना पकाने के दौरान तपिश से वायरस मर जाता है ऐसे में इसके फैलने की संभावना खत्म हो जाती है। पर बावजूद इसके कुछ सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है। पश्चिमी जिले में कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ. नीरज राय ने बताया कि बीते दिनों कई सब्जी विक्रेताओं में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। ऐसे में और भी जरूरी है कि हम सब्जी व फल को ठीक से धोने के बाद ही उसका सेवन करें।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 08:22 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 08:22 PM (IST)
खाना के माध्यम से नहीं फैलता कोरोना वायरस, पर एहतियात है जरूरी
खाना के माध्यम से नहीं फैलता कोरोना वायरस, पर एहतियात है जरूरी

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे ने लोगों के काम करने की शैली को काफी हद तक बदल दिया है। अब बाहरी खानपान में जहां कटौती हुई तो वहीं बाजार से फल व सब्जियों को खरीदने के बाद उसे ठीक से साफ करने की लोगों में नई आदत देखने को मिली है। जो एक अच्छी आदत है, लेकिन चिकित्सकों के मुताबिक कोरोना वायरस सांस से जुड़ी बीमारी है। खान-पान के माध्यम से ये वायरस नहीं फैलता है। असल में खाना पकाने के दौरान तपिश से वायरस मर जाता है, ऐसे में इसके फैलने की संभावना खत्म हो जाती है। पर बावजूद इसके कुछ सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है।

पश्चिमी जिले में कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ. नीरज राय ने बताया कि बीते दिनों कुछ सब्जी विक्रेताओं में कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। ऐसे में और भी जरूरी है कि हम सब्जी व फल को ठीक से धोने के बाद ही उसका सेवन करें। सब्जी व फल की बिक्री के दौरान यदि विक्रेता खांसते या छींकते है तो वायरस फल व सब्जियों पर जाकर जमा हो जाता है। इसके अलावा अगर वे इस दौरान नाक या मुंह पर हाथ लगाते हैं तो वायरस उनके हाथों के माध्यम से सब्जियों और फलों तक पहुंच जाता है। ऐसे में जरूरी है कि फल व सब्जी खरीदने के बाद उसे करीब 30 सेकेंड तक पानी से ठीक ढंग से धोएं, जैसे हम हाथों को साफ करते हैं। कई लोग फल व सब्जियों को सैनिटाइजर से साफ करते हैं, जो ठीक नहीं है। इसके बाद उन्हें ठीक ढंग से पकाएं। यहीं बात दालों व अन्य खाद्य सामग्रियों पर भी लागू होती है। नॉन-वेज जैसे मटन, चिकन, मछली में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और इस बीमारी से उबरने के लिए उसकी शरीर को काफी जरूरत है। ऐसे में इनका सेवन करें, लेकिन पहले इसे ठीक से साफ करें और उसके बाद ठीक से पकाएं। इस दौरान तपिश से वायरस मर जाएगा। जहां तक फलों की बात है उन्हें धोने के बाद उनके छिलके हटा दे। हालांकि लोगों का मानना है कि छिलके में पौष्टिक तत्व होता है, लेकिन समय के अनुकूल खुद को ढालते हुए छिलका हटाकर ही फलों का सेवन फिलहाल उचित है।

डॉ. राय ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लोग बाहर का खाना खाने से परहेज कर रहे है, जो अच्छी बात है। लेकिन किसी की मजबूरी है तो वह सबसे पहले प्लास्टिक को ठीक से हटाए, जिसमें खाने को पैक किया गया है। इसके बाद खाने को दोबारा ठीक से गर्म करें। ताजी सब्जियों का ही प्रयोग करें। फ्रिज में दो-तीन दिन तक सब्जियों को न रखे और न उनका सेवन करें। इसके अलावा अभी मधुमेह व उच्च रक्तचाप से ग्रस्त मरीजों पर कोरोना का संकट अधिक है। ऐसे में अधिक मिठास व फैट युक्त खाने से परहेज करें। खाने में सोयाबीन, दाल, दूध, अंडे को शामिल करें। इनमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। रेस्टोरेंट बदलें अपनी कार्यशैली : रेस्टोरेंट, ढाबे व होटल में काम करने वाले प्रत्येक कर्मचारी की नियमित रूप से थर्मल स्क्रीनिग होना बहुत जरूरी है। किसी भी कर्मचारी की तबियत खराब है तो वह काम न करें, इस बात का ध्यान रखें। साथ ही शारीरिक दूरी का पालन हो, इस बात का ख्याल रखें। इसके अलावा खाना बनाते या परोसते समय जरूरी है कि वे तीन प्लाई वाला मास्क और दस्ताने जरूर पहनें। समय-समय पर वे दस्तानों को बदलें और बदलने के दौरान 20 सेकेंड तक ठीक ढंग से हाथ धोना सुनिश्चित करें। सैनिटाइजर की बजाय साबुन और पानी से हाथ धोना ज्यादा अच्छा विकल्प है। असल में काम के दौरान वे कई चीजों को छूते हैं, जैसे- फ्रीज, अल्मारी, बर्तन आदि, ऐसे में वहां से वायरस दस्तानों में जमा हो जाता है।

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