बहन को इंसाफ दिलाने के लिए थाने की ठोकरें खा रहा भाई
मृतक बहन को इंसाफ दिलाने के लिए कोलकाता का एक कारोबारी मयूर विहार थाने की ठोकरें खा रहा है। कारोबारी अनिरुद्ध शर्मा ने शनिवार को एक लिखित शिकायत थाने में दी है इसके बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
मृतक बहन को इंसाफ दिलाने के लिए कोलकाता का एक कारोबारी मयूर विहार थाने की ठोकरें खा रहा है। कारोबारी अनिरुद्ध शर्मा ने शनिवार को एक लिखित शिकायत थाने में दी है, इसके बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। पीड़ित का आरोप है कि दहेज के लिए ससुराल वालों ने बहन स्वाति शर्मा की हत्या की है। जबकि शुरुआती जांच में पुलिस का कहना है स्वाति ने घर में खुदकुशी की थी। एसडीएम अनिरुद्ध के बयान दर्ज कर मामले की जांच कर रहे हैं।
अनिरुद्ध ने बताया कि वह मूलरूप से कोलकाता के रहने वाले हैं। उनकी बहन सिगापुर में गूगल कंपनी में एचआर विभाग में तैनात थी। 2019 में उसने उत्तर प्रदेश के मऊ के रहने वाले हर्षवर्धन त्रिपाठी से प्रेम विवाह किया था। हर्षवर्धन के स्वजन इस शादी के खिलाफ थे। शादी के बाद स्वाति अपने पति को भी सिगापुर ले गई थी, वहां दोनों के बीच झगड़े होने लगे। आरोप है कि ससुराल वाले स्वाति पर दबाव बनाने लगे कि उन्हें दिल्ली में एक फ्लैट खरीदकर दें, दहेज की मांग पूरी न होने पर हर्षवर्धन अपनी पत्नी को पिटने लगा। लाकडाउन के बाद वह यूपीएससी की परीक्षा देने का बहाना बनाकर सिगापुर से अकेले दिल्ली आ गया और मयूर विहार में रहने लगा।
दीपावली पर स्वाति भी सिगापुर से आकर पति के साथ रहने लगी और ऑफिस का काम घर से ही करने लगी। भाई का आरोप है कि उनकी बहन को यहां ससुराल वालों ने काफी यातनाएं दी, उसके साथ मारपीट भी की। दिसंबर के अंत में स्वाति पति को साथ लेकर मनाली चली गई, 18 जनवरी को वह घर लौटी। स्वाति के पड़ोसियों ने 19 की रात में उन्हें फोन करके सूचना दी कि स्वाति ने खुदकुशी कर ली है। 22 जनवरी को स्वाति का पोस्टमार्टम हुआ। अनिरुद्ध का कहना है कि उनकी बहन खुदकुशी नहीं कर सकती हैं, उन्होंने गूगल से जानकारी जुटाई है कि 19 जनवरी को दोपहर तीन बजे तक भी उनकी बहन ने ऑफिस का काम किया है। उनका आरोप है कि पुलिस ससुराल वालों पर कार्रवाई नहीं कर रही है।