एम्स में साल के अंत तक सर्जरी ब्लॉक सहित दो नए सेंटर होंगे शुरू

पिछले छह माह में पूरी दुनिया में एक नया दौर शुरू हुआ है। ऐसी महामारी व मानवता पर इतना बढ़ा खतरा कभी नहीं देखा गया। इसलिए जरूरी है कि समस्याओं को जल्दी निपटारा किया जा सके। भारत का अच्छा रिस्पॉंस रहा है। एम्स ने भी चुनौतियों को भी स्वीकार किया। कई डॉक्टर थे जो पहले कभी इस एरिया में कोम नहीं किया था फिर भी यह दिखा दिया की आपदा के समय में वे हर चुनौती से निपटने को तैयार हैं। पूरे देश को प्रशिक्षित कर पाए। एम्स ने 1700 बेड तैयार किए। कैंसर ब्लड ट्रांसफ्यूजन प्रभावित नहीं हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 07:47 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 07:47 PM (IST)
एम्स में साल के अंत तक सर्जरी ब्लॉक सहित दो नए सेंटर होंगे शुरू
एम्स में साल के अंत तक सर्जरी ब्लॉक सहित दो नए सेंटर होंगे शुरू

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : एम्स सहित सभी अस्पतालों में भी स्वतंत्रता दिवस समारोह बड़े उत्साह से मनाया गया। इस दौरान एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि संस्थान में साल के अंत तक दो नए सेंटर शुरू हो जाएंगे। इसमें एक नवनिर्मित सर्जरी ब्लॉक और दूसरा मातृ व शिशु ब्लॉक शामिल है। इन दोनों ब्लॉक में कुछ काम बाकी है।

गुलेरिया ने कहा कि सर्जरी ब्लॉक में 200 बेड की सुविधा होगी। इसमें 12 ऑपरेशन थियेटर होंगे। एम्स में सर्जरी के लिए मरीजों को लंबी तारीखें मिलती रही हैं। किडनी प्रत्यारोपण के लिए एक साल तक की प्रतीक्षा सूची है। कोरोना के कारण इन दिनों रोजाना होने वाली सर्जरी भी प्रभावित हैं। सर्जरी ब्लॉक में इलाज शुरू होने से मरीजों को ऑपरेशन के लिए अधिक दिनों तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वहीं मातृ व शिशु ब्लॉक में करीब 427 बेड की सुविधा होगी। इसमें भी 12 ऑपरेशन थिएटर होंगे। यह प्रसूति, स्त्रीरोग व बच्चों की बीमारियों के इलाज के लिए बेहतरीन केंद्र होगा। इसमें आइसीयू व डे केयर की सुविधा भी होगी। एम्स ट्रॉमा सेंटर में बर्न व प्लास्टिक सर्जरी सेंटर भी बनकर तैयार। इसे फिलहाल कोरोना के इलाज के लिए तैयार किया गया है। इसमें 100 बेड की व्यवस्था की गई है। कोरोना का संक्रमण थमने के बाद ही इसे बर्न व प्लास्टिक सर्जरी सेंटर के रूप में शुरू किया जाएगा। हाल ही में एम्स में नया ओपीडी ब्लॉक शुरू हुआ है। इस नए ओपीडी ब्लॉक के पास ही मातृ व शिशु ब्लॉक और सर्जरी ब्लॉक बनाए गए हैं। डॉक्टरों के लिए दूर होगी आवास की कमी

एम्स 3928 फ्लैट का निर्माण कराएगा। इससे डॉक्टरों के लिए आवास की कमी दूर होगी। पश्चिमी अंसारी नगर में आवासीय भवन के निर्माण के लिए सभी विभागों से स्वीकृति मिल गई है। इसके बाद टेंडर भी आवंटित हो गया है। इसी माह कार्य शुरू हो जाएगा और दो से तीन साल में फ्लैट बनकर तैयार हो जाएंगे। वहीं आयुर्विज्ञान नगर में प्रस्तावित परियोजना में थोड़ी अड़चन है। उसमें पेड़ काटने की स्वीकृति नहीं मिल पाई है। इस बाबत एम्स प्रशास ने दिल्ली सरकार से बातचीत की है। उम्मीद है कि अगले कुछ सप्ताह में वहां भी कार्य शुरू हो जाएगा।

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