विराट की कप्तानी में भारत ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीती द्विपक्षीय वनडे सीरीज

विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 05:16 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 10:52 AM (IST)
विराट की कप्तानी में भारत ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीती द्विपक्षीय वनडे सीरीज
विराट की कप्तानी में भारत ने रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया में पहली बार जीती द्विपक्षीय वनडे सीरीज

नई दिल्ली, जेएनएन। विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचा और पहली बार किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में जीत हासिल की। मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे मैच में सात विकेट से जीत हासिल करते ही भारत ने ये उपलब्धि अपने नाम कर ली। तीसरे वनडे में भारत को धौनी और केदार जाधव ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर कमाल की जीत दिलाई और टीम इंडिया ने तीन मैचों की वनडे सीरीज को 2-1 से जीतकर खिताब अपने नाम किया। 

मेलबर्न में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मेजबान टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 48.4 ओवर में 230 रन बनाए। भारत को जीत के लिए 231 रन का लक्ष्य मिला था जिसे टीम इंडिया ने सात विकेट शेष रहते 49.2 ओवर में ही हासिल कर लिया। धौनी 87 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि केदार जाधव 61 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। इन दोनों के बीच नाबाद 121 रन की साझेदारी हुई। धौनी को उनकी शानदार बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द सीरीज चुना गया जबकि युजवेंद्र चहल को उनकी घातक गेंदबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। 

चहल ने कंगारू बल्लेबाजों की बोलती बंद की

इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम 230 रन पर ऑल आउट हो गई। पहली पारी में कंगारू ओपनर बल्लेबाज एलेक्स कैरी पांच रन बनाकर आउट हो गए तो लगातार फ्लॉप चल रहे बल्लेबाज एरोन फिंच भी 14 रन पर ही भुवी का शिकार बने। इसके बाद उस्मान ख्वाजा और मार्श के बीच 73 रन की साझेदारी हुई लेकिन इन दोनों को चहल ने एक ही ओवर में आउट कर दिया और मेजबान टीम को जोरदार झटका दिया। ख्वाजा 34 रन जबकि मार्श 39 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद पीटर हैंड्सकौंब ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाला और उन्होंने 58 रन का योगदान दिया। वो भी चहल का शिकार बने। टीम के अन्य बल्लेबाज मैक्सवेल, स्टॉयनिस, रिचर्डसन, जंपा व स्टेनलेक कुछ खास नहीं कर पाए। 

भारत की तरफ से चहल ने घातक गेंदबाजी करते हुए कुल छह विकेट लिए जबकि तेज गेंदबाज शमी व भुवी ने दो-दो विकेट लिए। 

धौनी व केदार के अर्धशतक

जीत के लिए मिले लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत काफी खराब रही। रोहित शर्मा सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद दूसरे विकेट के लिए धवन और विराट के बीच 44 रन की साझेदारी हुई लेकिन इसे स्टॉयनिस ने धवन को 23 रन पर आउट करके तोड़ दिया। चौथे नंबर पर धौनी को उतारा गया और उन्होंने विराट से साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 54 रन की साझेदारी की। जब भारत का स्कोर 113 रन था तभी कप्तान विराट 46 रन बनाकर कैच आउट हो गए। इसके बाद धौनी ने नाबाद 87 और जाधव ने नाबाद 61 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी। केदार जाधव को इस वनडे सीरीज में पहली बार ही मौका मिला था और उन्होंने 57 गेंदों पर 61 रन की बेहतरीन पारी खेली। धौनी और जाधव के बीच चौथे विकेट के लिए 121 रन की साझेदारी भी हुई। 

ऑस्ट्रेलिया की तरफ से रिचर्डसन, पीटर सिडल व स्टॉयनिस को एक-एक विकेट मिले। 

विराट ने रचा इतिहास

कप्तान के तौर पर विराट ने इस वनडे सीरीज से पहले इतिहास रचा था। वो पहले ऐसे भारतीय कप्तान बने थे जिनकी अगुआई में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी। इसके बाद विराट की कप्तानी में भारतीय टीम ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को द्विपक्षीय वनडे सीरीज में उसकी धरती पर हराया। इसके अलावा विराट भारत के पहले ऐसे कप्तान बन गए जो ऑस्ट्रेलिया से कोई भी सीरीज गंवाए बिना भारत लौटेंगे। यानी भारत और कंगारू टीम के बीच सबसे पहले टी 20 सीरीज ड्रॉ रहा था। इसके बाद भारत ने मेजबान टीम को टेस्ट व वनडे सीरीज में हराया। 

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