रणजी ट्रॉफी: बंगाल के खिलाफ कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे का शतक, ड्रॉ करवाया मैच
बंगाल ने पहली पारी में कप्तान मनोज तिवारी के नाबाद 201 रन की बदौलत नौ विकेट पर 510 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश के मशहूर उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला के पुत्र आर्यमन बिड़ला के शानदार नाबाद 103 रन की बदौलत मध्य प्रदेश की टीम बंगाल के खिलाफ ग्रुप बी का मुकाबला ड्रॉ कराने में सफल रहा। बंगाल ने पहली पारी में कप्तान मनोज तिवारी के नाबाद 201 रन की बदौलत नौ विकेट पर 510 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
इसके बाद बंगाल ने अशोक डिंडा के चार विकेट के दम पर मध्य प्रदेश को 335 रन पर आउट कर दिया और उन्हें फालोऑन खेलने पर मजबूर कर दिया। दूसरी पारी में मध्य प्रदेश की टीम ने आर्यमन के शतक की बदौलत चौथे दिन का खेल खत्म होने तक तीन विकेट पर 240 रन बनाए और इसी के साथ यह मुकाबला ड्रॉ हो गया।
दिल्ली और हिमाचल के बीच मैच भी ड्रॉ
निखिल गंगटा और ऋषि धवन की अगुआई में हिमाचल प्रदेश के बल्लेबाजों ने इशांत शर्मा के नेतृत्व वाले दिल्ली के आक्रमण का डटकर सामना करते हुए ग्रुप बी का मैच ड्रॉ कराया। हिमाचल प्रदेश के सामने 376 रन का मुश्किल लक्ष्य था लेकिन गंगटा (नाबाद 66) और धवन (नाबाद 52) ने आखिरी 29 ओवरों में क्रीज पर डटे रहकर दिल्ली का जीत से आगाज करने का सपना पूरा नहीं होने दिया। जब दोनों टीमें मैच ड्रॉ कराने पर सहमत हुई तब हिमाचल ने छह विकेट पर 266 रन बनाए। दिल्ली को पहली पारी में बढ़त के कारण तीन अंक मिले।
हिमाचल के बल्लेबाजों ने सुबह एक विकेट पर 44 रन से आगे खेलना शुरू किया। उसके बल्लेबाजों प्रियांशु खंडूरी (29) और अंकुश बैंस (36) ने पहले घंटे में पूरे धैर्य के साथ बल्लेबाजी की।
बायें हाथ के स्पिनर वरुण सूद (51 पर एक विकेट) ने बैंस को बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी। बायें हाथ के दूसरे स्पिनर विकास मिश्रा (59 रन देकर दो) ने अगले ओवर में खंडूरी की भी गिल्लियां बिखेर दीं जिससे स्कोर तीन विकेट पर 74 रन हो गया। गंगटा ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने पहले सुमित वर्मा (43) के साथ मिलकर 29 ओवर तक विकेट नहीं गिरने दिया और इस बीच 71 रन जोड़े।
विकास मिश्रा ने वर्मा को बोल्ड किया जिसके बाद इशांत (42 रन देकर दो) ने एकांत सेन (18) को ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया। धवन के रूप में गंगटा का विश्वसनीय साथी मिला और इन दोनों ने दिल्ली को आगे सफलता नहीं मिलने दी।
गंगटा ने 184 गेंदों का सामना करके छह चौके लगाए जबकि धवन ने 110 गेंदें खेली तथा आठ चौके लगाए। दिल्ली ने अपनी पहली पारी में 317 रन बनाकर हिमाचल को 223 रन पर आउट कर दिया था। इसके बाद दिल्ली ने अपनी दूसरी पारी चार विकेट पर 281 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी।