पुराना है क्रिकेट में फिक्सिंग का 'खेल'

क्रिकेट में मैच फिक्सिंग कोई नई बात नहीं है। आईसीसी के तमाम प्रयासों के बावजूद इस जेंटलमेन गेम पर किसी न किसी रूप में दाग लगता रहा है। इस बार आइपीएल 6 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंथ, अजित चंदालिया और अंकित चव्हाण को दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्संग के आरोप में गिरफ्तार किया है।

By Edited By: Publish:Thu, 16 May 2013 11:19 AM (IST) Updated:Thu, 16 May 2013 12:33 PM (IST)
पुराना है क्रिकेट में फिक्सिंग का 'खेल'

नई दिल्ली। क्रिकेट में फिक्सिंग कोई नई बात नहीं है। आईसीसी के तमाम प्रयासों के बावजूद इस जेंटलमेन गेम पर किसी न किसी रूप में दाग लगता रहा है। इस बार आइपीएल 6 में राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ी एस श्रीसंत, अजित चंदालिया और अंकित चव्हाण को दिल्ली पुलिस ने स्पॉट फिक्संग के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पढ़ें: श्रीसंत हुए स्पॉट फिक्सिंग में गिरफ्तार

आइए जानते हैं पिछले एक दशक में फिक्सिंग को लेकर कब क्या हुआ:-

7 अप्रैल 2000 :

दिल्ली पुलिस ने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए पर साथी खिलाड़ी हर्शेल गिब्स, निकी बोए और पीटर स्ट्रायडम के साथ भारत के खिलाफ वनडे मैच फिक्स करने का आरोप लगाया। सबूत के तौर पर क्रोनिए और भारतीय बुकी संजय चावला की बातचीत का ब्योरा प्रस्तुत किया गया। पहले तो क्रोनिए ने फिक्सिंग से इन्कार किया लेकिन बाद में उन्होंने अपनी गलती मान ली।

20 अप्रैल 2000 :

दक्षिण अफ्रीकी अंपायर सायरिल मिचले और रूडी क‌र्स्टजन ने आरोप लगाया कि करियर के दौरान उन्हें कई बार घूस लेकर निर्णय पक्ष में देने के प्रस्ताव आए।

30 अप्रैल 2000 :

द संडे टाइम्स ने आरोप लगाया कि 1992 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई श्रीलंकाई टीम के तीन खिलाड़ी-रोशन महानामा, असंका गरुसिंघे और सनथ जयसूर्या से टीम की नीतियों के बारे में जानकारी के लिए एक भारतीय बुकी ने संपर्क साधा था।

6 मई 2000 :

ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने 1994 में श्रीलंका दौरे पर शेन वार्न और मार्क वॉ पर पिच और मौसम की जानकारी देने के आरोपों की जांच का फैसला लिया।

24 मई 2000 :

काफी लंबी जांच के बाद पाकिस्तान के एक सदस्यीय कमीशन ने सलीम मलिक और अता-उर-रहमान को फिक्सिंग का दोषी पाया और दोनों पर आजीवन प्रतिबंध की सिफारिश की। साथ ही वसीम अकरम और मुस्ताक अहमद को भविष्य में कभी कप्तानी न देने की सलाह दी।

7 जून 2000 :

पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर पैट सिमकॉक्स ने किंग कमीशन के सामने स्वीकार किया कि कप्तान हैंसी क्रोनिए ने उन्हें 1994-95 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारने के लिए घूस की पेशकश की थी। साथ ही इस बात की भी पुष्टि की कि मुंबई में 1996 में टीम मीटिंग के दौरान क्रोनिए ने मैच हारने के लिए 25 हजार डॉलर का ऑफर किया था। वहीं हर्शेल गिब्स ने कमीशन के सामने घूस लेने की बात कबूल की।

15 जून 2000 :

क्रोनिए ने कमीशन के सामने दावा किया की तत्कालीन भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने उन्हें बुकी से मिलवाया था और उस समय टीम को टेस्ट मैच गंवाने के लिए घूस की पेशकश की गई थी।

23 जून 2000 :

क्रोनिए ने अंतत: माना की उन्होंने घूस लेकर मैच फिक्स करने की बात कबूल कर ली।

20 जुलाई 2000 :

आयकर विभाग ने गुपचुप तरीके से पूर्व भारतीय खिलाड़ियों-तब टीम के कोच कपिल देव, अजहरुद्दीन, अजय जडेजा, नयन मोगिया और निखिल चोपड़ा के ठिकानों पर छापे मारे थे।

12 सितंबर 2000 :

क्रिकेट में भ्रष्टाचार को लेकर चल रही सरकारी जांच के दौरान कपिलदेव का नाम उछलने के बाद उन्होंने कोच पद से त्यागपत्र दे दिया था।

11 अक्टूबर 2000 :

दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड ने पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।

31 अक्टूबर 2000 :

सीबीआई की जांच रिपोर्ट में ब्रायन लारा, डीन जोंस, एलेक स्टीवर्ट, अर्जुन राणातुंगा, अरविंद डीसिल्वा, मार्टिन क्रो और सलीम मलिक पर उंगली उठाई गई। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि मोहम्मद अजहरुद्दीन ने साथी खिलाड़ी अजय जडेजा और नयन मोंगिया के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग की। सीबीआई को कपिलदेव के खिलाफ कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा।

27 नवंबर 2000 :

मोहम्मद अजहरुद्दीन को मैच फिक्सिंग का दोषी पाया गया और उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया। साथ ही अजय जडेजा, मनोज प्रभाकर, अजय शर्मा और पूर्व टीम फिजियो अली ईरानी को बुकी से संपर्क रखने का दोषी पाया गया। नयन मोंगिया को दोषमुक्त कर दिया गया।

11 जुलाई 2011 :

पूर्व इंग्लिश विकेटकीपर एलेक स्टीवर्ट को आरोप से मुक्त कर दिया।

12 मई 2004 :

सबूत के अभाव में श्रीलंकाई खिलाड़ी मार्वन अट्टापट्टू को आरोप मुक्त किया गया।

17 अगस्त 2004 :

बुकी से पैसा लिए जाने की पुष्टि के बाद पूर्व केन्याई कप्तान मौरिस ओडुंबे पर पांच साल क प्रतिबंध लगाया गया।

13 मई 2008 :

मैच से संबंधित सूचना बुकी तक पहुंचाने के आरोप में वेस्टइंडीज के खिलाड़ी मार्लोन सैमुअल्स पर दो साल प्रतिबंध लगा दिया गया।

26 मई 2010 :

बांग्लादेश के कप्तान शाकिब उल हसन ने आरोप लगाया कि 2008 में आयरलैंड के खिलाफ वनडे मैच में एक शख्स ने उनसे संपर्क साधने की कोशिश की थी।

5 फरवरी 2011 :

2010 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉ‌र्ड्स टेस्ट में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद आमिर, सलमान बट्ट और मोहम्मद आसिफ पर क्रमश: पांच साल, ढाई साल और एक साल का प्रतिबंध लगा दिया गया था।

23 जून 2012 :

ईसीबी ने पाकिस्तानी लेग स्पिनर दानिश कनेरिया को काउंटी मैच में स्पॉट फिक्सिंग करने के लिए उकसाने का दोषी पाते हुए क्रिकेट खेलने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। जांच में पाय गया कि कनेरिया ने जानबूझकर मर्विन वेस्टफील्ड को उकसाया कि वह डरहम मैच में अपनी काबिलियत के हिसाब से प्रदर्शन नहीं करें। वेस्टफील्ड के यह स्वीकार करने के बाद कि उन्होंने 2009 सितंबर में डरहम के खिलाफ प्रो 40 मैच में खराब प्रदर्शन किया था, उन्हें जनवरी में चार महीने की जेल हुई थी।

30 जून 2012 :

एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में आईपीएल खिलाड़ियों-शलभ श्रीवास्तव, मोहनीष मिश्रा, टीपी सुधींद्र, अमित यादव और अभिनव बाली द्वारा मैच फिक्स करने के लिए तैयार होने के आरोप में बैन लगा दिया गया था। सुधींद्र पर आजीवन और शलभ पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया, जबकि अन्य तीनों खिलाड़ियों पर एक-एक साल का प्रतिबंध लगाया गया।

6 सितंबर 2012 :

बांग्लादेश के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शरीफुल हक को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। हक स्पॉट फिक्सिंग में प्रतिबंधित होने वाले बांग्लादेश के पहले खिलाड़ी थे। इन्हें भारत के खिलाफ 1998 में खेले गए एक वनडे में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था।

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