रोहित शर्मा के साथ कप्तानी का बंटवारा करना अच्छा होगा, विराट कोहली को मिली सलाह

पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा कि विराट कोहली आरसीबी और टीम इंडिया की कप्तानी तीनों फॉर्मेंट में करते हैं जिसकी वजह से उन पर काफी दवाब होता है।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 12:20 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 02:25 PM (IST)
रोहित शर्मा के साथ कप्तानी का बंटवारा करना अच्छा होगा, विराट कोहली को मिली सलाह
रोहित शर्मा के साथ कप्तानी का बंटवारा करना अच्छा होगा, विराट कोहली को मिली सलाह

नई दिल्ली, जेएनएन। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में ही रोहित शर्मा को इंटरनेशनल स्तर पर मैन इन ब्लू की अगुआई करने का मौका मिलता है। रोहित की जब भी टीम की कप्तानी करने का मौका मिला है उन्होंने स्किल का सही इस्तेमाल करके टीम को ज्यादातर मौकों पर जीत भी दिलाई है। निदाहस ट्रॉफी और एशिया कप में मिली जीत इसका बेहतरीन उदाहरण हैं। वहीं विराट कोहली की बात करें तो वो एम एस धौनी की तरह ही टीम को हर फॉर्मेट में सफल बना रहे हैं और इसके लिए उनकी तारीफ होती है। 

अब टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज किरण मोरे का मानना है कि कप्तान विराट कोहली को अपने उप-कप्तान रोहित शर्मा के साथ कप्तानी शेयर करनी चाहिए जिससे की उनके काम का बोझ कम हो। पूर्व भारतीय सेलेक्टर ने विराट की अनुपस्थिति में रोहित की कप्तानी की तरीके की तारीफ की और कहा कि भारतीय क्रिकेट में भी अलग-अलग प्रारूप में अलग-अलग कप्तान वाला सिद्धांत कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि अलग कप्तान वाले कांसेप्ट से विराट के काम का बोझ कम होगा और उनके उपर से दवाब भी कम हो जाएगा। 

किरण मोरे ने स्पोर्ट्सकीड़ा से बात करते हुए कहा कि विराट कोहली आरसीबी और टीम इंडिया की भी तीनों प्रारूपों में कप्तानी करते हैं। इन सबकी वजह से उन्हें काफी दवाब झेलना पड़ता है। अब रोहित भी अच्छा काम कर रहे हैं ऐसे में विराट के लिए ये अच्छा होगा कि वो कप्तानी का बंटवारा कर लें। उन्होंने कहा कि सुपरस्टार विराट कोहली इंटरनेशनल सर्किट पर सचिन तेंदुलकर का बल्लेबाजी रिकॉर्ड तोड़ देंगे। 

मोरे ने बताया कि मैंने साल 2008 में जब विराट इंडिया अंडर 19 के कप्तान थे तभी कहा था कि वो एक दिन टीम इंडिया के कप्तान  बनेंगे और सचिन को पीछे छोड़ेंगे। वो हर मैच में जीत दर्ज करना चाहते हैं और कमाल के हैं। जब उनसे पूछा गया कि विराट कप्तान के तौर पर काफी पावरफुल हो गए हैं तो उन्होंने कहा कि कोई भी बिल्कुल मजबूत या शक्तिशाली नहीं है। यह भारतीय क्रिकेट टीम की मदद नहीं करेगा, न ही चयनकर्ताओं की मदद करेगा। दो लोग हैं जो चीजों को आगे ले जाते हैं, कप्तान और टीम प्रबंधन।

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