सहवाग ने हॉकी टीम को दी बधाई लेकिन कर दी बहुत बड़ी चूक, लिख दिया जीत का गलत अंतर

भारतीय मेन्स हॉकी टीम ने कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुआई में जब जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता तो सहवाग ने भी इस टीम को बधाई दी। भारत ने जर्मनी को ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए रोमांचक व संघर्षपूर्ण मुकाबले में 5-4 के अंतर से हराया।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 02:24 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 02:24 PM (IST)
सहवाग ने हॉकी टीम को दी बधाई लेकिन कर दी बहुत बड़ी चूक, लिख दिया जीत का गलत अंतर
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (एपी फोटो)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व धूरंधर ओपनर बल्लेबाज व कमेंटेटर वीरेंद्र सहवाग अपने देश के तमाम एथलीटों का जमकर समर्थन कर रहे हैं जो टोक्यो ओलिंपिक में अपना दम दिखा रहे हैं। सहवाग ट्विटर के माध्यम से अपने जज्बात पेश कर रहे हैं और ओलिंपिक मेडल जीतने वाले एथलीटों को बधाई देने में पीछे नहीं हैं। गुरुवार को जब भारतीय मेन्स हॉकी टीम ने कप्तान मनप्रीत सिंह की अगुआई में जब जर्मनी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता तो सहवाग ने भी इस टीम को बधाई दी। भारत ने जर्मनी को ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए रोमांचक व संघर्षपूर्ण मुकाबले में 5-4 के अंतर से हराया। 

भारतीय टीम की इस जीत के बाद वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए टीम को जीत की बधाई दी और लिखा कि, चक दे फट्टे। भारतीय हॉकी टीम के लिए एक एतिहासिक दिन। 3-1 से पिछड़ने के बाद भारत ने वापसी की और मुकाबले में 5-3 से जीत दर्ज की। 40 साल के बाद भारत का पहला हॉकी ओलिंपिक मेडल, मजा आ गया। 

आपको बता दें कि, भारत ने जर्मनी के खिलाफ मुकाबला 5-4 से जीता था, लेकिन सहवाग ने इसे 5-3 लिख दिया।भारत ने जर्मनी को रोमांचक मुकाबले में 5-4 से हराकर 1980 के बाद ओलिंपिक खेलों में मेडल हासिल किया। भारतीय टीम पहले क्वार्टर में 0-1 से पिछड़ रही थी, लेकिन इसके बाद टीम ने मैच में जबरदस्त वापसी की और जर्मनी को चारों खाने चित कर दिया। भारत की ओर से सिमनरजीत सिंह ने दो, जबकि हरमनप्रीत, हार्दिक और रुपिंदर सिंह ने एक-एक गोल किए।

इस मैच के पहले क्वार्टर में 0-1 से पिछड़ने के बाद दूसरे क्वार्टर में स्कोर 3-3 का हो गया था। तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम जर्मनी पर काफी हावी होकर खेली और टीम को इसका फायदा भी मिला। पहले क्वार्टर का स्कोर 0-1 था, फिर दूसरे क्वार्टर में स्कोर 3-3 का रहा। तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम ने जबर्दस्त पलटवार करते हुए स्कोर 5-3 कर दिया। इसके बाद चौथे क्वार्टर में जर्मनी ने स्कोर 4-5 कर लिया और खेल के अंत में इस टीम ने पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन गोलकीपर श्रीजेश ने विरोधी टीम को सफल नहीं होने दिया और भारत ने 5-4 के अंतर से मैच जीत लिया। 

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