क्या BCCI के अधिकारी संविधान से भी बड़े हो गए हैं, MPCA के अधिकारी ने उठाया सवाल

मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने सवाल पूछा है कि क्या बीसीसीआइ के अधिकारी बोर्ड के संविधान से भी बड़े हो गए हैं?

By Vikash GaurEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 07:45 AM (IST)
क्या BCCI के अधिकारी संविधान से भी बड़े हो गए हैं, MPCA के अधिकारी ने उठाया सवाल
क्या BCCI के अधिकारी संविधान से भी बड़े हो गए हैं, MPCA के अधिकारी ने उठाया सवाल

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। हाल ही में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली पर हितों के टकराव का आरोप लगाने वाले मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के शीर्ष अधिकारियों के कार्यकाल पर ही सवाल उठा दिया है। साथ ही गुप्ता ने बीसीसीआइ लोकपाल से पूछा है कि क्या ये अधिकारी बीसीसीआइ के संविधान से ही बड़े हो गए हैं?

दरअसल, बीसीसीआइ के सचिव जय शाह का कार्यकाल पिछले महीने ही समाप्त हो गया है। वहीं, बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली का कार्यकाल भी 27 जुलाई को समाप्त हो जाएगा। ऐसे में शाह को अब तक कूलिंग ऑफ पीरियड में चला जाना चाहिए था। वहीं, 27 जुलाई के बाद गांगुली को भी कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा। इनके अलावा संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज का कार्यकाल भी 23 सितंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में तीनों ही अधिकारियों के छह वर्ष बीसीसीआइ या राज्य संघों में पूरा करने के बाद इन्हें कूलिंग ऑफ पीरियड में जाना होगा।

बीसीसीआइ ने सुप्रीम कोर्ट में शीर्ष अधिकारियों का पद जारी रखने के लिए अपील की है, जिसका अभी बीसीसीआइ को इंतजार है। हाल ही में बीसीसीआइ की शीर्ष परिषद की सदस्य रेहानी भारद्वाज ने तीनों अधिकारियों के कार्यकाल का अपडेट मांगा था और कहा था कि अगर किसी का भी कार्यकाल 17 जुलाई को होने वाली शीर्ष परिषद की बैठक में खत्म हो जाता है तो उन्हें बैठक में शामिल नहीं होने दिया जाएगा।

संजीव गुप्ता ने इसी मामले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या बीसीसीआइ के अधिकारी संविधान से भी बड़े हो गए है। उन्होंने कहा कि अगर जय शाह 17 जुलाई की बैठक में रहते हैं और बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली 27 जुलाई के बाद भी अपने पद पर बने रहते हैं तो यह सीधे तौर पर बीसीसीआइ के संविधान का उल्लंघन होगा।

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