IPL के इतिहास में लखनऊ ने सबको छोड़ा पीछे, जानिए क्यों लगी इतनी बड़ी बोली
2022 के सत्र से IPL में 8 नहीं बल्कि 10 टीमें टूर्नामेंट का हिस्सा होंगी। इसका एलान हो चुका है। गोयनका समूह ने अहमदाबाद और लखनऊ दोनों के लिए 7090 करोड़ की बोली लगाई थी लेकिन उन्होंने लखनऊ को चुना।
अभिषेक त्रिपाठी, दुबई। इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल की नई टीम के मामले में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ ने सबको पीछे छोड़ दिया। कोलकाता के दिग्गज उद्योगपति संजीव गोयनका के आरपी-एसजी समूह (गोयनका समूह) ने सोमवार को आइपीएल की दोनों नई टीमों के लिए 7,090-7,090 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि आप अहमदाबाद और लखनऊ में किसे चुनेंगे तो उन्होंने लखनऊ का नाम लिया।
इसके बाद उन्हें लखनऊ की टीम दे दी गई। अंतरराष्ट्रीय इक्विटी निवेश फर्म सीवीसी कैपिटल की 5,600 करोड़ रुपये की बोली दूसरे नंबर पर रही। इसके आधार पर उन्हें अहमदाबाद की टीम दी गई। अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, इसलिए सब लोग यह अनुमान लगा रहे थे कि वह की टीम महंगी बिकेगी, लेकिन हुआ इसका उलट। एक बात और बीसीसीआइ ने दो नई टीमों के लिए छह शहरों अहमदाबाद, लखनऊ, इंदौर, धर्मशाला, कटक और रांची को रखा था, लेकिन एक को छोड़कर बाकी सभी ने सिर्फ दो टीमों लखनऊ और अहमदाबाद के लिए बोली लगाई।
मैनचेस्टर युनाइटेड का स्वामित्व रखने वाले ग्लेजर समूह और टोरेंट समूह की बोली भी शीर्ष दो बोली में शामिल नहीं रही। 22 कंपनियों ने 10 लाख रुपये का निविदा दस्तावेज खरीदा था, लेकिन नई टीमों का आधार मूल्य 2,000 करोड़ रुपये होने के कारण आठ समूह ही बोली लगाने के लिए क्वालीफाई कर सके। बीसीसीआइ उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के सचिव राजीव शुक्ला ने दैनिक जागरण से कहा कि निश्चत तौर पर यह उत्तर प्रदेश के लिए उपलब्धि की बात है। एक समय उत्तर प्रदेश के लिए फ्रेंचाइजी मिलना मुश्किल होती थी, लेकिन यहां का क्रिकेट अब इतना ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है कि यहां पर सबसे ज्यादा बोली लगाई जा रही है।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने कहा है, "यह उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इससे उत्तर प्रदेश के क्रिकेटरों का भला होगा। इसके लिए राजीव शुक्ला और संजीव गोयनका को बधाई। लखनऊ में इतना बढ़िया स्टेडियम बनाने के लिए उदय सिन्हा को बधाई।"
इकाना स्टेडियम के मालिक उदय सिन्हा ने कहा, "यह लखनऊ के लिए गर्व की बात है। अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आइपीएल के मैच होंगे। उत्तर प्रदेश के लिए इससे बेहतर क्या हो सकता है। प्रदेश में नई प्रतिभाओं को मौका मिलेगा और यहां के लोगों को हर साल आइपीएल मैच देखने को मिलेंगे।"
400 करोड़ से 7,090 करोड़ तक का सफर
2008 में आइपीएल की सबसे महंगी टीम मुंबई इंडियंस थी, जिसे मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडिया लिमिटेड ने 111.9 मिलियन अमेरिकी डालर (तब के 504 करोड़ रुपये) में खरीदा था और सबसे सस्ती टीम 67 मिलियन डालर (तब के 302 करोड़ रुपये) के साथ राजस्थान रायल्स थी। 2021 में अब सबसे महंगी टीम उससे कई गुना महंगी बिकी है।
किसने-किसके लिए कितनी बोली लगाई
बोली लगाने वाले, ग्रुप, अहमदाबाद, लखनऊ, इंदौर
अदाणी स्पोर्ट्स लाइन, अदाणी समूह, 5100, 5100, -
अमृतलीला इंटरप्राइसेज, कोटक, 4513, 4512, -
अवश्य कार्पोरेशन, अल कार्गो, 4140, 4304, -
कापड़ी ग्लोबल, कापड़ी समूह, 4024, 4204, -
चैंपियनशिप क्रिकेट, लांसर कैपिटल-अवराम ग्लेजर, 4128.65, 4023.99, -
इरेला कंपनी, सीवीसी, 5625, 5166, -
टोरेंट स्पोर्ट्स, टोरेंट, 4653, 4356, -
आरपीएसजी वेंचर्स, आरपीएसजी ग्रुप, 7090, 7090, 4790
लखनऊ क्यों हैं महत्वपूर्ण
अहमदाबाद के नरेन्द्र मोदी स्टेडियम की क्षमता 1,00,000 से अधिक है, जबकि लखनऊ के इकाना स्टेडियम की क्षमता लगभग 70,000 है। लखनऊ का स्टेडियम बहुत शानदार है। आइपीएल का प्रसारण कर रहे स्टार स्पोर्ट्स से दैनिक जागरण को जो आंकड़े मिले थे उसके अनुसार 2019 और 2020 में भारत में हुई जिन द्विपक्षीय सीरीज का चैनल में प्रसारण हुआ था उसे टेलीविजन और हाट स्टार पर देखने वाले 73 प्रतिशत दर्शक हिंदी भाषी थे।
जनसंख्या के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। यहां पर लखनऊ और कानपुर में दो अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैं। फ्रेंचाइजी चार या पांच घरेलू मैच लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम और बाकी मैच कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में करा सकती है। यहां पर जब मैच होते हैं तो स्टेडियम फुल रहते हैं।