Birthday Special: पाकिस्तान को अकेले अनिल कुंबले ने कर दिया था ढेर
Happy birthday Anil Kumble पाकिस्तान की टीम को टेस्ट क्रिकेट में आलआउट करना काफी कठिन है और उस समय तो और भी ज्यादा कठिन होता था जब टीम अपने पीक पर थी। हालांकि भारतीय स्पिनर Anil Kumble ने अकेले दम पर पाकिस्तान को ढेर किया हुआ है।
नई दिल्ली, विकाश गौड़। Happy birthday Anil Kumble: इंटरनेशनल क्रिकेट में जब भी टाप क्लास स्पिनरों का नाम लिया जाता है तो निश्चित रूप में उसमें एक नाम अनिल कुंबले का जरूर होता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि उन्होंने 22 गज की पट्टी पर जो करिश्मा दिखाया है, वो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनसे पहले सिर्फ एक बार हुआ था। 17 अक्टूबर 1970 को कर्नाटक के बैंगलोर (बेंगलुरु) में जन्मे अनिल कुंबले आज अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। इसी बर्थडे पर हम उनकी कुछ उपलब्धियों का जिक्र करने वाले हैं।
भारतीय टीम के लेग स्पिनर अनिल कुंबले को ने 7 फरवरी 1999 में ऐसा कमाल किया था, जिसकी मुरीद दुनिया आज भी है। इस बात को भले ही 22 साल गुजर चुके हैं, लेकिन उस दौर की सबसे खतरनाक टीमों में शुमार पाकिस्तान को जो दर्द अनिल कुंबले ने दिया था, वो शायद उस दौर के क्रिकेटरों में आज भी जिंदा होगा। अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के खिलाफ एक ऐसा चक्रव्यूह रचा था, जिसमें एक-एक करके पाकिस्तान के सारे खिलाड़ी फंसते चले गए थे और पाकिस्तान की पूरी टीम आलआउट हो गई थी।
दरअसल, दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर अनिल कुंबले ने पाकिस्तान की पूरी पारी को अकेले ढेर कर दिया था। 1999 के उस टेस्ट मैच में अनिल कुंबले ने पाकिस्तान के सभी 10 विकेट अपने नाम किए थे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आज भी ये बताते है कि आखिरी विकेट से पहले सभी भारतीय खिलाड़ियों पर दबाव था, क्योंकि हर कोई चाहता था कि अनिल कुंबले दस विकेट पूरा करें, लेकिन जैसे ही कोई अन्य गेंदबाज आता था तो सभी को डर रहता था कि किसी का कैच न पकड़ लिया जाए।
वीवीएस लक्ष्मण ने एक बार स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा था, "मेरे ऊपर, सौरव गांगुली पर और राहुल द्रविड़ पर दबाव था कि किसी अन्य गेंदबाज की गेंद पर कैच नहीं लेना है, क्योंकि अनिल कुंबले पाकिस्तान के खिलाफ 9 विकेट चटका चुके थे। इसके अलावा ये भी दबाव था कि अनिल कुंबले की गेंद पर क्लोज फील्डर होने के नाते हमें कैच पकड़ना ही पकड़ना है। यही हुआ भी, लेकिन एक बार सदगोपन रमेश लगभग कैच पकड़ बैठे थे, लेकिन कुछ ही पलों के अंदर उन्होंने कैच ड्रॉप कर दिया था।"
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा दूसरी बार था जब एक ही गेंदबाज ने विपक्षी टीम के सभी खिलाड़ियों को आउट किया हो। 1999 से पहले 26 जुलाई 1956 को इंग्लैंड टीम के गेंदबाज जिम लैकर ने आस्ट्रेलियाई टीम को अकेले आलआउट किया था। इनके बाद अनिल कुंबले का नाम है। अनिल कुंबने एकमात्र गेंदबाज हैं, जिन्होंने पाकिस्तान की पूरी पारी को अपना शिकार बनाया है। अनिल कुंबले ने 271 वनडे मैचों में 337 और 132 टेस्ट मैचों में 619 विकेट अपने नाम किए हैं।