BCCI ने ICC को लिखा पत्र, कहा- नहीं होना चाहिए Kashmir Premier League का आयोजन

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने आइसीसी को पत्र लिखकर छह अगस्त से शुरू होने वाले पाकिस्तान के घरेलू टी20 टूर्नामेंट कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) को मान्यता नहीं देने का आग्रह किया है क्योंकि ये विवादित जगह पर खेला जाना है।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 11:25 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 11:25 AM (IST)
BCCI ने ICC को लिखा पत्र, कहा- नहीं होना चाहिए Kashmir Premier League का आयोजन
Muzaffarabad Cricket Ground में KPL के मैच होने हैं (फोटो ट्विटर)

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी ने एक ऐसे टी20 लीग को अनुमति दी है, जो कि भारत और पाकिस्तान की विवादित जमीन यानी गुलाम कश्मीर में खेला जाना है। कश्मीर प्रीमियर लीग (KPL) के नाम से आयोजित हो रहे इस टूर्नामेंट की शुरुआत 6 अगस्त से होनी है, लेकिन इससे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आइसीसी का दरवाजा खटखटाया है।

बीसीसीआइ ने आइसीसी को कश्मीर प्रीमियर लीग को लेकर पत्र लिखा है। बीसीसीआइ ने आइसीसी से छह अगस्त से शुरू होने वाले पाकिस्तान के घरेलू टी20 टूर्नामेंट कश्मीर प्रीमियर लीग (केपीएल) को मान्यता नहीं देने का आग्रह किया है, क्योंकि इसका आयोजन गुलाम कश्मीर में हो रहा है। वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शनिवार को पीसीबी के आंतरिक मामलों में दखल देने की बीसीसीआइ की कोशिशों पर नाखुशी जाहिर की।

यह उन रिपोर्टों पर आधारित था कि बीसीसीआइ उन देशों के खिलाड़ियों को लीग में शामिल होने से रोकने के लिए कई अन्य पूर्ण सदस्यों के संपर्क में था। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व सलामी बल्लेबाज हर्शल गिब्स, जिनके लीग में खेलने की उम्मीद है,उन्होंने ट्विटर पर कहा, "उन्हें धमकी दी गई थी कि उन्हें "क्रिकेट से संबंधित किसी भी काम के लिए भारत में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।"

हालांकि, अब यह सामने आया है कि बीसीसीआइ ने आइसीसी से भी संपर्क किया था। बीसीसीआइ की शिकायत का आधार कश्मीर की स्थिति को विवादित क्षेत्र के रूप में केंद्रित करता है - और क्या ऐसे क्षेत्रों में मैच खेले जा सकते हैं - और दोनों देशों के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद में इसका केंद्रीय स्थान है। कश्मीर की स्थिति भारत और पाकिस्तान के बीच कई युद्धों का कारण रही है जब से भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की और 1947 में पाकिस्तान बना।

आपको बता दें, दोनों देश इस क्षेत्र के कुछ हिस्सों को नियंत्रित करते हैं, लेकिन इसके अलग-अलग भागों को नियंत्रित करते हैं। दोनों देशों के बीच राजनीतिक और राजनयिक संबंधों में पिछले कुछ वर्षों में उतार-चढ़ाव आया है और वर्तमान में यह लंबे समय तक निचले स्तर से गुजर रहा है। ऐसे में कश्मीर प्रीमियर लीग का आयोजन इसको और बढ़ावा दे सकता है। यहां तक कि दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड भी एक-दूसरे के राजनीतिक माहौल पर भी चलते हैं।

लेकिन क्रिकइंफो की ये रिपोर्ट ये भी कहती है कि ऐसा लगता है कि ICC इस बारे में बहुत कुछ नहीं कर सकता। ऐसी घरेलू लीगों के लिए स्वीकृति पूर्ण सदस्य देश द्वारा दी जाती है, जिसमें टूर्नामेंट खेला जा रहा है, न कि आइसीसी देती है। केपीएल को पीसीबी की मंजूरी मिलू है। विवादित क्षेत्रों में मैचों के बारे में आइसीसी के किसी भी नियम में कुछ भी नहीं है। केपीएल एक छह-टीम फ्रेंचाइजी-मॉडल लीग है, जिसे पीसीबी ने मंजूरी दी है और 6 अगस्त से गुलाम कश्मीर के मुजफ्फराबाद क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है।

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