केन का भारत के खिलाफ टेस्ट में प्रदर्शन नहीं है ज्यादा असरदार, लेकिन कोहली हैं कीवी के खिलाफ दमदार
WTC Final India vs New Zealand वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारत व न्यूजीलैंड के कप्तान विराट कोहली व केन विलियमसन की बल्लेबाजी उनकी टीमों के लिए काफी अहम रहने वाली है। हालांकि एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन के मामले में कोहली केन पर भारी नजर आते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। WTC Final: टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप मुकाबले में दोनों ही टीमों के कप्तान अपनी-अपनी टीमों को चैंपियन बनाने के लिए जमकर दांव लगाते नजर आने वाले हैं। विराट कोहली और केन विलियमसन इन दोनों में जो सही और सटीक रणनीति के साथ मैदान पर उतरेंगे और सही वक्त पर सही फैसला करेंगे विजयी उसी टीम को मिलेगी। बतौर कप्तान इन दोनों के बीच मैदान पर जबरदस्त जंग तो देखने को मिलेगा ही, लेकिन बतौर बल्लेबाज इन दोनों के उपर बड़ी जिम्मेदारी रहने वाली है। कोहली और केन दोनों ही अपनी-अपनी टीमों की बल्लेबाजी की जान हैं और इनकी टीमों की सफलता इनके उपर भी काफी हद तक निर्भर होगी।
मौजूदा दौर में विराट कोहली और केन विलियमसन दोनों टेस्ट क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाजों में शुमार किए जाते हैं। केन बेशक एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, लेकिन जब बात भारत के खिलाफ क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में उनके प्रदर्शन की आती है तो वो ज्यादा असरदार नहीं दिखते हैं। टीम इंडिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन के बारे में बात करें तो उन्होंने अब तक इस टीम के विरुद्ध 11 टेस्ट मैचों की 20 पारियों में 36.40 की औसत से 728 रन बनाए हैं जिसमें दो शतक भी शामिल है। इसके अलावा भारत के खिलाफ टेस्ट में उनकी बेस्ट पारी 131 की रही है। 11 टेस्ट मैचों में लगभग 37 की औसत को बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
दूसरी तरफ भारतीय कप्तान विराट कोहली का प्रदर्शन कीवी टीम के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में दमदार रहा है। अब तक उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ लाल गेंद के क्रिकेट में 50 की उपर की औसत से रन बनाए हैं जिससे साबित होता है कि, वो इस टीम के खिलाफ रन बनाने में कितने निरंतर रहे हैं। कोहली ने कीवी टीम के खिलाफ अब तक कुल 9 टेस्ट मैचों की 17 पारियों में 51.53 की शानदार औसत से 773 रन बनाए हैं। इसमें कोहली ने 3 शतक भी जड़े हैं और न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में उनका बेस्ट स्कोर 211 रन का रहा है। अब कोहली और केन की औसत इस बात को साबित करते हैं कि, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ टेस्ट में अब तक कितने सफल रहे हैं।