लार्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन की कहानी, जहां भारत ने लिखी जीत की इबारत

Ind vs Eng आमतौर पर टेस्ट क्रिकेट में 60 ओवर में जीत की इबारत नहीं लिखी जा सकती लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे और जुनून ने ऐसा कर दिखाया और इंग्लैंड को 60 ओवर से पहले ढेर कर लार्ड्स टेस्ट मैच जीत लिया।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Tue, 17 Aug 2021 08:04 AM (IST) Updated:Tue, 17 Aug 2021 08:04 AM (IST)
लार्ड्स टेस्ट के आखिरी दिन की कहानी, जहां भारत ने लिखी जीत की इबारत
Team India ने लार्ड्स टेस्ट जीत लिया है (फोटो ट्विटर)

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। इंग्लैंड को सोमवार को दूसरे टेस्ट मैच में 151 रन से हराकर विराट कोहली के रणबांकुरे लार्डस के राजा बन गए। जीत के लिए जिस जज्बे और जुनून की जरूरत होती है, भारतीय खिलाड़ियों ने उसका भरपूर प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को चारों खाने चित करते हुए मैदान मार लिया। कहते हैं टेस्ट मैच गेंदबाज जिताते हैं और इस टेस्ट में भी ऐसा ही हुआ, लेकिन गेंद से धमाल मचाने से पहले दो भारतीय गेंदबाजों मुहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने बल्ले से कमाल दिखाया।

शमी ने करियर का दूसरा टेस्ट अर्धशतक जड़ते हुए नाबाद 56 रन बनाए, जबकि बुमराह ने नाबाद 34 रन की पारी खेली। इन दोनों ने नौवें विकेट के लिए 89 रन की अटूट साझेदारी की। इस साझेदारी ने भारत की जीत की राह तैयार की, क्योंकि इसी के दम पर भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी आठ विकेट पर 298 रन पर घोषित कर इंग्लैंड को 60 ओवर में 272 रन का लक्ष्य दे सकी। ऐसी स्थिति में आमतौर पर भारत को टेस्ट मैच जीतने के लिए नहीं जाना जाता, लेकिन दो सत्रों से भी कम समय में भारत ने इंग्लैंड की टीम को 51.5 ओवर में सिर्फ 120 रन पर समेट कर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली।

भारत की ओर से दूसरी पारी में मुहम्मद सिराज ने चार विकेट, जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट, इशांत शर्मा ने दो विकेट और मुहम्मद शमी ने एक विकेट लिया। इंग्लैंड की ओर से कप्तान जो रूट ने सर्वाधिक 33 रन बनाए। भारतीय टीम सोमवार को छह विकेट पर 181 रन से आगे खेलने उतरी और उसके पास सिर्फ 154 रन की बढ़त मौजूद थी। ऐसे में उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी बढ़त को और आगे ले जाने की थी।

भारत की उम्मीदें तब टूटती नजर आईं जब दिन के चौथे ओवर में ही रिषभ पंत (22) अपना विकेट गंवा बैठे। ओली राबिन्सन की गेंद पर विकेटकीपर जोस बटलर ने उनका कैच लपका। थोड़ी देर बाद राबिन्सन ने इशांत शर्मा (16) को भी चलता कर दिया। यहां से शमी और बुमराह ने उम्मीदें जगाईं। इन दोनों ने जो प्रदर्शन किया उसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की होगी।

मार्क वुड की एक बाउंसर बुमराह के हेलमेट पर भी लगी, जिसके बाद बुमराह की चोट का आकलन करने फिजियो भी मैदान पर पहुंचे। इसके चलते कुछ देर के लिए खेल भी रुका रहा। हालांकि, बुमराह ठीक महसूस कर रहे थे, जिसके बाद फिजियो ने उन्हें खेलना जारी रखने की इजाजत दे दी। इसके बाद दोनों ने मिलकर 72 गेंदों में 50 रन की साझेदारी पूरी की। जल्द ही शमी ने शानदार अंदाज में अर्धशतक पूरा किया।

दरअसल, शमी जब 40 रन पर थे तो उन्होंने मोइन अली की गेंद पर चौका और फिर छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया। भोजनकाल के कुछ देर बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली के पारी घोषित कर दी। जवाब में इंग्लैंड की टीम 272 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो बुमराह ने तीसरी ही गेंद पर रोरी बर्न्‍स (0) को चलता कर दिया। अगले ओवर में शमी ने भी डोम सिब्ले (0) को विकेट के पीछे कैच करा दिया।

इसके बाद इंग्लैंड ने कुछ ही अंतराल में हमीद (9), बेयरस्टो और रूट के विकेट भी गंवा दिए। इंग्लैंड की आधी टीम 67 रन तक पवेलियन लौट चुकी थी। कुछ देर बाद सिराज ने लगातार गेंदों पर मोइन और सैम कुर्रन के विकेट झटके। बटलर ने ओली राबिन्सन के साथ मिलकर स्कोर को 100 रन के पार पहुंचाया। इस साझेदारी को बुमराह ने राबिन्सन का विकेट लेकर तोड़ा। इसके बाद सिराज ने बटलर और जेम्स एंडरसन को एक ही ओवर में आउट कर इंग्लैंड की पारी का अंत किया और टीम को जीत दिला दी।

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