जब सचिन तेंदुलकर ने 14 रन बनाते ही हवा में उठा दिया था बल्ला, जानिए क्यों किया था ऐसा
टीम इंडिया के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन साल 2008 में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने का खिताब हासिल किया था।
नई दिल्ली, विकाश गौड़। टीम इंडिया के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट की दुनिया के कई ऐसे रिकॉर्ड हैं, जो शायद कभी टूट ही नहीं पाएंगे। हालांकि, क्रिकेट की भाषा में कुछ भी नामुमकिन नहीं होता, लेकिन सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड्स की लिस्ट को देखकर बहुत असंभव लगता है। ऐसा ही एक कीर्तिमान सचिन तेंदुलकर ने आज से ठीक 11 साल पहले हासिल किया था।
जब टेस्ट में बेस्ट बने सचिन
दरअसल, दाएं हाथ के छोटे कद के बड़े बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर साल 2008 में आज ही के दिन यानी 17 अक्टूबर, 2008 को सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। इस बात को एक दशक से ज्यादा समय हो गया है, लेकिन कोई भी खिलाड़ी इस खिताब के आसपास भी नहीं पहुंचा है। यहां तक कि मौजूदा समय में कोई भी दिग्गज बल्लेबाज सचिन के टेस्ट रनों के नजदीक भी नहीं भटकता।
ब्रायन लारा को छोड़ा था पीछे
सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली के आइएस बिंद्रा स्टेडियम में खेले गए चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले की पहली पारी में 14वां रन लेते ही वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पीछे छोड़ दिया था। ब्रायन लारा ने टेस्ट क्रिकेट में 11953 रन बनाए थे और साल 2006 में इस महान बल्लेबाज ने संन्यास ले लिया था।
ब्रायन लारा और सचिन तेंदुलकर ने लगभग साथ-साथ अपना करियर शुरू किया था। सचिन तेंदुलकर ने जहां नवंबर 1989 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था, जबकि ब्रायन लारा ने दिसंबर 1990 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया था। वहीं, लारा उस समय करीब 21 साल के थे, लेकिन लारा 2006 में 22 गज की पट्टी को छोड़ गए, जबकि सचिन ने आखिरी टेस्ट नवंबर 2013 में खेला था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया कीर्तिमान
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट मैच में पीटर सिडल की गेंद पर 14वां रन लेते ही बल्ला उठा दिया था। इसके बाद कंगारू टीम के खिलाड़ियों ने उनको बधाई दी थी। वहीं, मोहाली के स्टेडियम में आतिशबाजी शुरू हो गई थी। टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक और 15921 रन बनाने वाले सचिन इस मुकाबले में शतक नहीं जड़ पाए थे।
पहली पारी में नंबर चार पर खेलते हुए सचिन तेंदुलकर 88 रन बनाकर पीटर सिडल की गेंद पर आउट हो गए थे।सचिन का कैच मैथ्यू हेडन ने पकड़ा। वहीं, दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर नंबर 5 पर खेलते हुए खेलते हुए 10 रन बनाकर नाबाद रहे थे। इस मुकाबले को भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में 320 रन से जीता था।