EXCLUSIVE INTERVIEW: WTC Final में न्यूजीलैंड के खिलाफ अश्विन व जडेजा के साथ उतरे भारत : मनिंदर सिंह

दैनिक जागरण से बात करते हुए मनिंदर सिंह ने कहा कि न्यूजीलैंड ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ काफी शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं भारतीय टीम भी काफी संतुलित नजर आ रही है। ऐसे में किसी एक को प्रबल दावेदार नहीं माना जा सकता है।

By Sanjay SavernEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 07:36 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 08:37 AM (IST)
EXCLUSIVE INTERVIEW: WTC Final में न्यूजीलैंड के खिलाफ अश्विन व जडेजा के साथ उतरे भारत : मनिंदर सिंह
टीम इंडिया के स्पिनर आर अश्विन व रवींद्र जडेजा (एपी फोटो)

भारत के लिए 35 टेस्ट और 59 वनडे मैच खेलने वाले बायें हाथ के पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह का मानना है कि साउथैंप्टन में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल में भारत को अपने दोनों स्पिनर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन के साथ उतरना चाहिए। मनिंदर सिंह से शुभम पांडेय ने कई मुद्दों पर खास बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश :-

-डब्ल्यूटीसी खिताब के लिए किसे प्रबल दावेदार मानते हैं?

--मेरे विचार से यह मुकाबला बराबरी का होगा। न्यूजीलैंड ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ काफी शानदार प्रदर्शन किया है। वहीं भारतीय टीम भी काफी संतुलित नजर आ रही है। ऐसे में किसी एक को प्रबल दावेदार नहीं माना जा सकता है।

-डब्ल्यूटीसी फाइनल में टीम इंडिया को किस स्पिनर के साथ उतरना चाहिए?

--मेरे खयाल से जिस तरह का गर्म मौसम है उससे भारत को अश्विन और जडेजा के साथ तो उतरना ही चाहिए, क्योंकि मैच में पहले दिन नहीं तो चौथे और पांचवे दिन स्पिनरों को जरूर मदद मिलेगी। जडेजा और अश्विन की काबिलियत पर कोई शक नहीं किया जा सकता है, लेकिन स्पिनरों को विदेशी पिचों पर मौका कम मिलता है क्योंकि टीमें ज्यादातर तेज गेंदबाजों पर भरोसा करने लगती हैं। बाकी ये दोनों गेंदबाज सर्वगुण संपन्न हैं।

-अक्षर पटेल ने हाल ही में घरेलू सीरीज में सीधी गेंदों से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था। ऐसे में आपको क्या लगता है वह इंग्लैंड की पिचों पर कितने कारगर साबित हो सकते हैं?

--मैंने अक्षर पटेल को अभी तक स्पिनरों की मददगार पिचों पर गेंदबाजी करते देखा है। इंग्लैंड की पिचों पर उन्हें इतनी ज्यादा मदद नहीं मिलेगी क्योंकि हर एक गेंद घूमेगी नहीं, जिससे उनकी सीधी गेंद जो है वह इतनी असरदार साबित नहीं नजर आएगी। इस तरह की गेंद टìनग ट्रैक पर ही काफी कारगर साबित हो सकती है। लेकिन, एक चीज का आजकल स्पिनरों को काफी फायदा मिल रहा है। वह यह है कि अब तकनीक के आ जाने से स्पिनरों को फ्रंट फुट पर भी एलबीडब्ल्यू विकेट हासिल हो रहे हैं। हमारे समय में जब गेंद फ्रंट फुट पर लगती थी तो अंपायर सीधे नॉटआउट दे देते थे। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि अक्षर वहां पर किस तरह से गेंदबाजी करते हैं।

-कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव इंग्लैंड दौरे की टेस्ट टीम में नहीं हैं। क्या टेस्ट क्रिकेट में कलाई के स्पिनरों की भूमिका अब अहम नहीं रही है?

-- नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं है। अनिल कुंबले, शेन वार्न जैसे गेंदबाजों ने कमाल करके दिखाया है। मगर कुलदीप के अंदर कुछ तकनीकी कमी थी और उन्होंने उस पर बिलकुल काम नहीं किया। इन दिनों अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में इतना ज्यादा वीडियो एनालिसिस होता है, जिससे वह पकड़ लिए गए और उनमें आत्मविश्वास भी नजर नहीं आ रहा है। टीम इंडिया में कोई स्पिन गेंदबाजी का कोच है नहीं और तेज गेंदबाजी का कोच इतनी सलाह दे नहीं सकता है। यहां तक कि उनके घरेलू कोच ने भी उनकी तकनीकी कमी पर अभी तक काम नहीं किया है। मेरी हाल ही में उनसे बात हुई थी और आइपीएल के बाद हमें मिलना था, मगर कोरोना के कारण यह संभव नहीं हो पाया। वह मैच विजेता गेंदबाज हैं और उन्हें टीम इंडिया के लिए काफी लंबा खेलना है।

-इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए भारतीय टीम को कैसे देखते हैं?

--पिछले इंग्लैंड दौरे में देखा था कि लड़ते-भिड़ते हम कहीं ना कहीं पीछे रह जाते थे। यह चीज ऑस्ट्रेलिया में देखने को नहीं मिली थी। इसलिए आपको अपने स्पिनरों को यह विश्वास दिलाना होगा कि उन्हें विकेट लेने के लिए टर्निग पिचों की जरूरत नहीं है और वे किसी भी पिच पर विकेट निकाल सकते हैं। यह विश्वास अगर आप जगा लेते हैं तो तीन तेज गेंदबाजों के साथ आप मैच में 20 विकेट लेकर जीत सकते हैं। वहीं, इंग्लैंड की टीम को देखें तो उनके पास जो रूट के अलावा कोई ज्यादा अनुभवी बल्लेबाज नहीं है। अधिकतर युवा खिलाड़ी उनकी बल्लेबाजी लाइनअप में शामिल हैं। इसलिए भारत के पास सीरीज जीतने का एक शानदार मौका भी है।

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