22 साल के इस खिलाड़ी ने डेब्यू मैच में किया धमाल, टीम इंडिया के जीत का सपना तोड़ा
भारत के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले भारतीय मूल के रचित रविंद्र ने कमाल का खेल दिखाया। दूसरी पारी में जब टीम को जरूरत थी तब डटकर बल्लेबाजी की। डेढ घंटे तक मैदान पर टिककर भारतीय गेंदबाजी का सामना किया।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम कानपुर में टेस्ट मैच जीतने के करीब पहुंचकर भी जीत नहीं पाई। आखिरी दिन मैच खत्म होने तक भारतीय टीम ने 9 विकेट हासिल किए लेकिन अंतिम विकेट नहीं गिरा पाई। न्यूजीलैंड की टीम ने दूसरी पारी में 165 रन बनाए और मैच बचा लिया। भारतीय टीम आखिर के 9 ओवर में भी एक विकेट नहीं हासिल कर पाई और डेब्य कर रहे खिलाड़ी ने एक छोर थामकर टीम को हार से निकाल लिया
भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला कानपुर में खेला गया। पहली पारी में भारत ने डेब्यू कर रहे श्रेयस अय्यर के शतक के दम पर 345 रन का स्कोर बनाया। इसके बाद शानदार गेंदबाजी के दम पर भारत ने कीवी टीम को 296 रन पर पहली पारी में ढेर किया। दूसरी पारी में अय्यर ने अर्धशतक जमाया और कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 7 विकेट पर 234 रन बना पारी घोषित कर 284 रन का लक्ष्य दिया। न्यूजीलैंड की टीम ने संघर्ष करते हुए 9 विकेट पर 165 रन बनाए और आखिरकार मैच बचा लिया।
डेब्यू मैच में कीवी खिलाड़ी का जुझारू खेल
भारत के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले भारतीय मूल के रचित रविंद्र ने कमाल का खेल दिखाया। दूसरी पारी में जब टीम को जरूरत थी तब डटकर बल्लेबाजी की। डेढ घंटे तक मैदान पर टिककर भारतीय गेंदबाजी का सामना किया। इस दौरान 91 गेंद का सामना करते हुए उन्होंने 19 रन बनाए।
रचित ने निभाई चार साझेदारी
इस मैच को बचाने के लिए न्यूजीलैंड की टीम को साझेदारी की जरूरत थी और रचित ने ऐसा ही किया। एक छोर पर विकेट गिर रहे थे लेकिन दूसरी छोर को इस खिलाड़ी ने संभाले रखा। रचित ने टाम ब्लंडेल, काइले जैमिसन, टिम साउथी और आखिर में अयाज पटेल के साथ मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की। ब्लंडेल के साथ 55, जैमिसन के साथ 46, साउथी के साथ 20 जबकि पटेल के साथ 52 गेंद का सामना करते हुए मैच को ड्रा करवाया।