शार्दुल ठाकुर व वाशिंगटन सुंदर क्यों कंगारू गेंदबाजों पर हावी होने में रहे कामयाब, रिकी पोंटिंग ने बताई वजह
शार्दुल व सुंदर की बल्लेबाजी की तारीफ हर जगह हो रही है और अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने इन दोनों की जमकर तारीफ की और ये भी बताया कि कंगारू गेंदबाजों में कहां कमी रह गई जिसकी वजह से ये दोनों बल्लेबाज ऐसा कर पाने में कामयाब रहे।
नई दिल्ली, जेएनएन। ब्रिसबेन टेस्ट मैच की पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम की योजना पर पूरी तरह से अपनी बल्लेबाजी के जरिए वाशिंगटन सुंदर व शार्दुल ठाकुर ने पानी फेर दिया। अगर सुंदर व शार्दुल इस तरह की पारी नहीं खेलते तो इस टेस्ट मैच की कहानी अब तक कुछ और हो चुकी होती और टीम इंडिया संकट में आ जाती। वैसे टीम इंडिया संकट में ही थी, लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों की दिलेरी व चालाकी ने टीम को राहत दिलाई और कप्तान अजिंक्य रहाणे इससे जरूर खुश होंगे।
शार्दुल व सुंदर की बल्लेबाजी की तारीफ हर जगह हो रही है और अब पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी इन दोनों की जमकर तारीफ की और ये भी बताया कि कंगारू गेंदबाजों में कहां कमी रह गई जिसकी वजह से ये दोनों बल्लेबाज ऐसा कर पाने में कामयाब रहे। पोंटिंग ने कहा कि, बल्लेबाजी के दौरान इन दोनों ने जिस तरह का साहस, धैर्य व जज्बा दिखाया वो शानदार था और उन्होंने कहीं भी जोखिम नहीं उठाया। इनकी पार्टनरशिप कमाल की थी और इसकी जरूरत उस वक्त टीम इंडिया को थी।
रिकी ने कहा कि, दोनों के पास टेस्ट मैचों का ज्यादा अनुभव नहीं है यहां तक कि सुंदर ने तो डेब्यू ही किया है। इसके बावजूद वो ऐसा करने में सफल रहे तो सारा श्रेय उन्हें जाता है। इसके अलावा उन्होंने कंगारू गेंदबाजों की कमी के बारे में कहा कि, भारत के निचले क्रम के गेंदबाजों के सामने उन्हें ज्यादा शॉर्टपिच गेंदों का इस्तेमाल करना चाहिए था। मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ज्यादा आक्रामक थे और उन्होंने शॉर्ट गेंदें भी नहीं फेंकी।
आपको बता दें कि मैच के तीसरे दिन पहली पारी में भारत के लिए सुंदर ने 62 और शार्दुल ने 67 रन की पारी खेली और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 123 रन की शतकीय साझेदारी हुई और इसकी वजह से भारत ने पहली पारी में 336 रन बनाने में सफलता हासिल की।