पहली पारी में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय तेज गेंदबाज क्यों रहे इतने सफल, मो. शमी ने खोला राज
शमी ने कहा मेरे नजरिए से टेस्ट मैचों में सामान्य सी बात है आप जितना अधिक अपने बेसिक्स पर ध्यान दोगे उतना अधिक आपके सफल होने की संभावना होगी। अगर आप जरूरत से ज्यादा सोचोगे तो आप रन लुटाओगे और गैरजरूरी दबाव बनेगा।
नॉटिंघम, प्रेट्र। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में भारतीय तेज गेंदबाजों ने मेजबान टीम के बल्लेबाजों को टिकने का मौका नहीं दिया और पूरी टीम 183 रन के स्कोर पर आउट हो गई। पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए थे तो वहीं मो. शमी को तीन सफलता मिली थी। शार्दुल ठाकुर को दो तो वहीं मो. सिराज ने पहली पारी में एक विकेट लिए थे। पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों की शानदार गेंदबाजी के बाद शमी ने बताया कि, किस तरह से उन्होंने इंग्लिश बल्लेबाजों को बैकफुट पर ला दिया। उन्होंने कहा कि, उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि, वो कहां पर खेल रहे हैं। वो किसी भी तरह की कंडीशन में बस अपने खेल पर विश्वास करते हैं।
मो. शमी ने कहा कि, टेस्ट मैच धैर्य का खेल है। भूल जाओ कि पहले क्या हुआ है, हमें मौजूदा स्थिति के बारे में सोचना होता है, हमें अधिक दिमाग नहीं लगाना होता।' शमी ने कहा, 'मेरे नजरिए से टेस्ट मैचों में सामान्य सी बात है, आप जितना अधिक अपने बेसिक्स पर ध्यान दोगे उतना अधिक आपके सफल होने की संभावना होगी। अगर आप जरूरत से ज्यादा सोचोगे तो आप रन लुटाओगे और गैरजरूरी दबाव बनेगा।' हमने यही किया और इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में सफल रहे।
उन्होंने आगे कहा कि, मुझे नहीं पता कि मैं इंग्लैंड में विकेट क्यों हासिल नहीं कर पाता (हंसते हुए)। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या कहीं और खेल रहा हूं, मैं अपने कौशल पर भरोसा करता हूं।' उन्होंने कहा, 'यहां तक कि जब मैं नेट्स पर गेंदबाजी कर रहा था तब भी हालात को परखने की कोशिश कर रहा था और इसी के हिसाब से प्लान बनाया। इसके बाद मैच में इसे लागू करने की कोशिश की।' यहां पर हमारा प्लान काम कर गया और हमें सफलता मिली।