T20 World cup 2021: भारतीय टीम को टी20 विश्व कप में महेंद्र सिंह धौनी की जरूरत क्यों पड़ी?
T20 World cup 2021 के लिए दुनिया के महानतम कप्तानों में शुमार धौनी को टीम इंडिया के साथ बतौर मेंटोर जोड़ा गया है। भारतीय टीम के साथ धौनी को जोड़ने की जरूरत क्यों पड़ गई अभिषेक त्रिपाठी की इस रिपोर्ट से जानिए।
अभिषेक त्रिपाठी, दुबई। आइसीसी टी20 विश्व कप में भारतीय टीम के साथ इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का होना बहुत मायने रखता है। इस बड़े टूर्नामेंट के लिए दुनिया के महानतम कप्तानों में शुमार धौनी को टीम इंडिया के साथ बतौर मेंटोर जोड़ा गया है। भारतीय टीम के साथ धौनी को जोड़ने की जरूरत क्यों पड़ गई अभिषेक त्रिपाठी की इस रिपोर्ट से जानिए।
2017 चैंपियंस ट्राफी : विराट की कप्तानी में भारत ने पहली बार किसी आइसीसी टूर्नामेंट में भाग लिया। इंग्लैंड में हुए इस टूर्नामेंट में भारत ने फाइनल में जगह बनाई। चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से फाइनल में विराट ने टास जीता और पहले गेंदबाजी का फैसला किया। पाटा पिच पर यह फैसला भारत की शर्मनाक हार का कारण बना।
फखर जमां के 114 रनों की बदौलत पाकिस्तान ने चार विकेट पर 338 रन बनाए और टीम इंडिया 30.3 ओवर में 158 रनों पर आलआउट हो गई। जब हम वह मैच कवर करके ओवल स्टेडियम से बाहर निकल रहे थे तो रास्ते में कुछ पाकिस्तानी प्रशंसक मिले और हमसे बोले कि भाई अपने कप्तान को समझाओ कि इतने बड़े मैच में पाटा पिच पर पाकिस्तान के खिलाफ टास जीतकर पहले गेंदबाजी कौन करता है?
2019 वनडे विश्व कप : 2017 चैंपियंस ट्राफी के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने कहा कि वह चौथे नंबर का बल्लेबाज खोज रहे हैं। केएल राहुल, दिनेश कार्तिक, अंबाती रायुडू और विजय शंकर जैसे खिलाडि़यों को इस्तेमाल करने के बाद जब रायुडू उस खांचे में फिट हो गए तो उन्हें विश्व कप टीम में नहीं रखा गया। इंग्लैंड में हुए विश्व कप से ठीक पहले आस्ट्रेलियाई टीम भारत में आई थी। उस सीरीज में रायुडू ने कुछ मैचों में खराब प्रदर्शन किया और विराट को उन्हें बाहर करने का बहाना मिल गया।
उनकी जगह विजय शंकर को टीम में लिया गया और उसका हश्र सबने देखा। गुस्से में आकर रायुडू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। हालात ऐसे बने कि टीम में चार विकेटकीपर धौनी, कार्तिक, राहुल और पंत हो गए। अंतिम एकादश के चयन में गड़बड़ी हुई। चहल को ज्यादा मार पड़ी, लेकिन टीम से बाहर कुलदीप हुए। टीम के अंदर का माहौल काफी खराब हो गया, जिसने खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को तोड़ा।
मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में चारों विकेटकीपर खिलाने पड़े। रिजर्व डे में मैच जाने और रणनीति का समय होने के बावजूद धौनी को हार्दिक पांड्या के बाद सातवें नंबर पर भेजा गया। भारत 238 रनों का पीछा करते हुए 221 रनों पर आलआउट हुआ।
2021 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल :
इंग्लैंड के साउथैंप्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ हुए पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल से पूर्व ही भारतीय टीम ने अपने अंतिम एकादश की घोषणा कर दी। अमूमन विराट मैच से पहले प्रेस कांफ्रेंस में भी अंतिम एकादश नहीं खोलते हैं और विपक्षी टीम ही नहीं पत्रकारों को भी असमंजस में डालने की कोशिश करते हैं लेकिन इस मैच से पहले आश्चर्यजनक तौर पर अंतिम एकादश की घोषणा कर दी गई।
वहीं न्यूजीलैंड ने अपने पत्ते नहीं खोले। मैच से पहले साउथैंप्टन में काफी बारिश हुई थी। मैच के पहले दिन भी बारिश हुई और टास भी नहीं हो सका। दूसरे दिन टास हुआ और टास से पहले टीम बदली जा सकती थी, लेकिन विराट और टीम प्रबंधन ने पूर्व में घोषित टीम के साथ ही जाने का फैसला किया। इसमें दो स्पिनर रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन थे।
इंग्लैंड में जहां लगातार बारिश हो रही हो और आगे भी बारिश की संभावना हो, वहां पर दो स्पिनरों के साथ उतरना खराब फैसला माना जाता है। जडेजा ने पहली पारी में 7.2 और दूसरी पारी में सिर्फ आठ ओवर किए। उन्हें एक विकेट मिला। अश्विन ने दोनों पारियों में कुल 25 ओवर फेंके और चार विकेट हासिल किए। भारत यह मैच आठ विकेट से हारा। इसी के बाद एक सीनियर खिलाड़ी ने टीम के माहौल को लेकर बीसीसीआइ से शिकायत की।