गावस्कर ने सुनाया मजेदार किस्सा, जब वाडेकर की पैड पहन बल्लेबाजी करने उतरे थे वो
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बताया जब वह मुंबई के लिए खेलते हुए अजीत वाडेकर के पैड पहनकर बल्लेबाजी करने गए थे।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत के पूर्व कप्तान और दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में शुमार सुनील गावस्कर ने रणजी ट्रॉफी मैच के दिनों को याद किया। सफल बल्लेबाज बनने से पहले उन्होंने किस तरह से खुद को टीम में स्थापित किया इसको लेकर किस्सा सुनाया। गावस्कर ने बताया कि उनको रणजी टीम में 12वां खिलाड़ी बनना पड़ा था क्योंकि एक यूनिवर्सिटी मैच खेलने के लिए वो श्रीलंका चले गए थे।
उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दिनों को याद किया। गावस्कर ने बताया जब वह मुंबई के लिए खेलते हुए अजीत वाडेकर के पैड पहनकर बल्लेबाजी करने गए थे। पुराने दिनों याद करते हुए कहा कि वह श्रीलंका में इंटरयूनिवर्सिटी टूर्नामेंट खेलने गए थे और वहां तिहरा शतक बनाया। इस प्रदर्शन के कारण भारतीय टीम में जगह मिली। हालांकि जब वह श्रीलंका से वापस आए तो मुंबई रणजी ट्रॉफी टीम में से वह अपनी जगह खो बैठे।
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गावस्कर ने कहा कि मैं श्रीलंका में था इसलिए मैं एक रणजी ट्रॉफी मैच नहीं खेल पाया और किसी और ने रन कर दिए थे तो मेरे लिए जगह नहीं थी। उन्होंने कहा कि मैच की सुबह मैं 12वां खिलाड़ी था, तभी हमारे कप्तान अजीत वाडेकर चोटिल हो गए। यह टॉस से पहले हुआ था और मैं फिर उनकी जगह आया। पूर्व कप्तान ने कहा कि अभी तो सभी लोग बड़ा किट बैग रखते हैं, लेकिन उस समय हमारे पास छोटे-छोटे किट बैग हुआ करते थे जिनमें हम अपने जूते, मोजे और कुछ कपड़े रखा करते थे। इसलिए मेरे पास पैड और ग्लव्स नहीं थे।
उन्होंने कहा कि मैंने अपनी मां को फोन किया और उनसे कहा कि मेरे पैड ले आइए। उस समय पता नहीं था कि हम पहले बल्लेबाजी करेंगे या नहीं। हमने पहले बल्लेबाजी की और मैंने वाडेकर के पैड पहने। जबतक उनका अपना पैड नहीं आया तब तक उन्होंने वाडेकर की पैड पहनकर ही बल्लेबाजी की थी।