स्टीव स्मिथ की बल्लेबाजी तकनीक पर उठ रहे सवाल, सचिन तेंदुलकर ने कही ये बात
Steve Smith की बल्लेबाजी तकनीक पर भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने अपनी राय दी है। उन्होंने बताया लॉर्ड्स टेस्ट में जोफ्रा आर्चर की बाउंसर पर वो क्यों घायल हुए।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने एशेज सीरीज के दौरान कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। सीरीज खत्म होने के बाद उनकी बल्लेबाजी तकनीक चर्चा में है। स्मिथ की बल्लेबाजी तकनीक पर भारतीय दिग्गज सचिन तेंदुलकर ने अपनी राय दी है। सचिन ने सोशल मीडिया पर स्मिथ की बल्लेबाजी तकनीक पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया।
दुनिया के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ की बल्लेबाजी तकनीक को उलझा हुआ बताया लेकिन साथ ही यह भी कहा कि उनका माइंड सेट बिल्कुल व्यवस्थित है। सचिन ने एशेज सीरीज के दौरान स्मिथ के बल्लेबाजी का पूरी समीक्षा करते हुए एक वीडियो पोस्ट किया।
स्मिथ ने 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में 7 पारियों में 110.57 की औसत से कुल 774 रन बनाए। सचिन ने बताया कि कैसे पहले टेस्ट के दौरान स्मिथ ने बल्लेबाजी की और फिर उसमें बदलाव किया। सचिन ने कहा,"पहले टेस्ट मैच में गेंदबाज उनको विकेट का पीछे आउट करना चाहते थे। इसके लिए स्लिप और गली में फिल्डिंग लगाई गई थी। स्मिथ ने इसे समझा और वह ऑफ स्टंप की तरफ आगे बढ़कर खेलने लगे ताकि वह गेंद का लाइन तक आसानी से पहुंच पाएं। यह जानबूझ कर लिया गया और बेहद समझदारी भरा कदम था।"
"लॉर्ड्स टेस्ट में स्मिथ के खिलाफ लेग स्पिल लगाई गई थी और जोफ्रा आर्चर ने उनको परेशानी में डालने के लिए कुछ शॉट पिच गेंद डाली गई। स्मिथ लाइन को कवर करने की कोशिश कर रहे थे और अपना भार बैटफुट पर डाला हुआ था।"
स्मिथ को लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान ही आर्चर की बाउंसर लगी थी। सचिन ने बताया कि स्मिथ ने क्या गलत किया था। "किसी भी बल्लेबाज के लिए सबसे जरूरी होता है कि उसका सिर स्थिति सामने की तरफ रहे और वह आगे की तरफ झुकने के लिए इंतजार में रहे। स्मिथ उस गेंद खेलने के वक्त सही स्थिति में नहीं थे इसलिए उनको बाउंसर आकर लगी।"
This is my take on @SteveSmith49’s recent success in the Ashes. pic.twitter.com/qUNktHt5ps— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) September 19, 2019
आखिरी के दो टेस्ट के बारे में सचिन ने कहा, "आखिरी दो टेस्ट में वह आगे की तरफ झुकते वक्त गेंद को छोड़ रहे थे और बेहतर स्थिति में नजर आ रहे थे। उन्होंने अपनी तकनीक पर बहुत ही स्मार्ट तरीके से काम किया। इसलिए मैं कहता हूं, उलझा हुआ तकनीक होगा लेकिन उनका माइंडसेट बहुत ही व्यवस्थित है।"