शुभमन गिल को इंग्लैंड में सफल होने के लिए करना होगा यह काम, संजय मांजरेकर ने दी सलाह
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छे प्रदर्शन के बाद गिल के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है और टेस्ट मैच की पिछली 7 पारियों में उन्होंने 10.85 की औसत से रन बनाए हैं। मांजरेकर ने कहा कि गिल ने कुछ गेंदों को काफी शानदार तरीके से छोड़ा।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की दोनों पारियों में टीम इंडिया के युवा ओपनर बल्लेबाज शुभमन गिल ने निराश किया। गिल पहली बार टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड दौरे पर आए हैं और अब उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भी हिस्सा लेना है। अब गिल के इस खराब प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने कहा है कि, इंग्लैंड की कंडीशन में सफल होने के लिए गिल को अपने फुटवर्क पर काम करना होगा। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की दूसरी पारी में गिल को टिम साउथी ने पगबाधा आउट किया था। साउथी की ये गेंद इन स्विंग थी और गिल ने इसे मिडविकेट की तरफ खेलने की कोशिश की थी, लेकिन वो आउट हो गए।
गिल के इस तरह से आउट होने के बारे में मांजरेकर ने कहा कि, उनका ध्यान अपने फ्रंटफुट की तरफ ज्यादा था और इसी वजह से उनके साथ ऐसा हुआ। मांजरेकर ने क्रिकइंफो के साथ बात करते हुए कहा कि, उन्हें अपने फुटवर्क पर काम करना होगा। इस मैच के दौरान मैंने उन्हें कभी बैकफुट पर जाते नहीं देखा और वो हमेशा ही फ्रंटफुट पर रहते हैं। उनका ध्यान इस बात पर लगा रहता है कि वो ऊपर आने वाली गेंद पर वह आउट नहीं हों। कई बार लोगों को कहते हुए सुना कि गिल का आगे वाला पैर ज्यादा नहीं निकलता और वह क्रीज में घिर जाते हैं। एक बार फिर वह आगे ही घिरे। वो जब आउटस्विंग को लेकर चिंता में थे और गेंद इनस्विंग आ गई।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अच्छे प्रदर्शन के बाद गिल के प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है और टेस्ट मैच की पिछली 7 पारियों में उन्होंने 10.85 की औसत से रन बनाए हैं। मांजरेकर ने कहा कि, गिल ने कुछ गेंदों को काफी शानदार तरीके से छोड़ा, लेकिन जो गेंद अंदर की तरफ आ रही थी उससे वो हैरान थे। हमेशा फ्रंटफुट पर आकर गेंदों का सामना करना सही स्थिति नहीं है। हालांकि फ्रंटफुट पर आने से बाहर की गेंद छोड़ने में आसानी रहती है, लेकिन अंदर की तरफ आने वाली गेंदों पर पगबाधा आउट होने की संभावना बनी रहती है।