विराट कोहली से मैदान के बाहर बात करना मुश्किल, रोहित शर्मा देते हैं खिलाड़ियों का मुश्किल में साथ

रोहित जूनियर खिलाड़ियों को खाने पर ले जाता है जब वह निराश होते हैं तो उनकी पीठ थपथपाता है। जहां तक जूनियर खिलाडि़यों का सवाल है तो कोहली के खिलाफ सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वह मुश्किल समय में उन्हें मझधार में छोड़ देते हैं।

By Viplove KumarEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 01:24 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 07:06 AM (IST)
विराट कोहली से मैदान के बाहर बात करना मुश्किल, रोहित शर्मा देते हैं खिलाड़ियों का मुश्किल में साथ
भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ रोहित शर्मा (फोटो ट्विटर पेज)

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय कप्तान विराट कोहली के टी20 विश्व कप के बाद इस फार्मेट की कप्तानी छोड़ने की घोषणा होने के बाद अब कई तरह की बातें सामने आ रही है। कप्तान कोहली मैदान पर कुछ और हैं और मैदान के बाहर कुछ और अब इसको लेकर सभी चीजें एक एक कर साफ हो रही है। जानकारी के मुताबिक रोहित शर्मा टीम के सभी खिलाड़ियों को साथ लेकर चलते हैं उनके बुरे वक्त में साथ देते हैं जबकि कोहली से संपर्क करना भी काफी मुश्किल होता है।

इसमें कोई संदेह नहीं कि ड्रेसिंग रूम में भी उप कप्तान रोहित शर्मा को नेतृत्वकर्ता माना जाता है जिन्होंने युवा खिलाडि़यों को साथ लेकर चलना सीख लिया है और वह इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के साथ साल दल दर ऐसा करते आए हैं। कोहली को पिछले कुछ समय से ड्रेसिंग रूप में पूर्ण समर्थन हासिल नहीं है।

उनको करीब से देखने वालों का मानना है कि उनकी कार्यशैली में लचीलापन नहीं है। भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में भले ही 2-1 की बढ़त बनाई हो लेकिन दुनिया के नंबर एक आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को नहीं खिलाने के फैसले पर सवाल उठते हैं।

विराट को ड्रेसिंग रूम में नहीं हासिल समर्थन

पिछले साल आस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट से पूर्व उन्हें पूर्ण समर्थन हासिल था लेकिन उस मैच में भारत के 36 रन पर सिमटने और फिर कोहली ने पितृत्व अवकाश पर जाने से चीजें काफी बदल गई। किसी ने खुलकर नहीं कहा लेकिन भारत ने जब अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ खेल रहे आस्ट्रेलिया (2018-19 के विपरीत) को पिछड़ने के बावजूद हराया तो खिलाड़ी अधिक एकजुट महसूस कर रहे थे।

विराट को मैदान के बाहर संपर्क करना मुश्किल

एक पूर्व खिलाड़ी ने अनौपचारिक बातचीत के दौरान कहा था कि विराट के साथ समस्या संवाद की है। महेंद्र सिंह धौनी के मामले में, उसका कमरा 24 घंटे खुला रहता था और खिलाड़ी अंदर जा सकता था, वीडियो गेम खेल सकता था, खाना खा सकता था और जरूरत पड़ने पर क्रिकेट के बारे में बात कर सकता था। मैदान के बाहर कोहली से संपर्क कर पाना बेहद मुश्किल है।

विराट छोड़ देते हैं खिलाड़ियों का मुश्किल में साथ

रोहित में धौनी की झलक है लेकिन अलग तरीके से। वह जूनियर खिलाडि़यों को खाने पर ले जाता है, जब वह निराश होते हैं तो उनकी पीठ थपथपाता है। जहां तक जूनियर खिलाडि़यों का सवाल है तो कोहली के खिलाफ सबसे बड़ी शिकायत यह है कि वह मुश्किल समय में उन्हें मझधार में छोड़ देते हैं।

एक अन्य क्रिकेटर ने कहा कि आस्ट्रेलिया में पांच विकेट लेने के बाद कुलदीप यादव योजनाओं से बाहर हो गया। रिषभ पंत जब लय में नहीं था तो उसके साथ भी ऐसा ही हुआ। भारतीय पिचों पर ठोस प्रदर्शन करने वाले सीनियर गेंदबाज उमेश यादव को कभी यह जवाब नहीं मिला कि किसी के चोटिल नहीं होने तक उनके नाम पर विचार क्यों नहीं किया जाता।

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