MI vs RCB IPL 2021: 'एक और हार मुश्किल कर सकती है मुंबई की नॉकआउट की राह', आरसीबी से होगा मुकाबला
IPL 2021 MI vs RCB मुंबई की टीम आमतौर पर टूर्नामेंट की धीमी शुरुआत करने के लिए जानी जाती है। बेशक उनके पास 14 मैचों में वापसी का मौका है लेकिन अगर एक और हार मिली तो टीम के प्लेआफ में पहुंचने की संभावनाओं को झटका भी लग सकता है।
(सुनील गावस्कर का कालम)
टूर्नामेंट के सुपर संडे में दो ऐसी टीमों की भिड़ंत होगी जिसने अपने दोनों मुकाबलों में जीत दर्ज की है। वहीं दो ऐसी टीमें आमने सामने होंगी जिन्होंने अपने दोनों मुकाबले गंवाए हैं। इन मुकाबलों का नतीजा किसी के लिए निर्णायक तो किसी के लिए तगड़े झटके की तरह होगा। भारत में खेले गए पहले चरण में अच्छी शुरुआत करने वाली टीमें यूएई में संघर्ष करती दिख रही हैं। बड़े मैदानों ने राह और मुश्किल की है जिससे खिलाड़ी बाउंड्री पर लपके जा रहे हैं। इससे एक सवाल भी सामने आ रहा है और वो ये है कि दुनिया के अन्य स्टेडियमों में जहां बड़े मैदान हैं वहां बाउंड्री लाइन को क्यों नहीं बढ़ाया जाता। गेंदबाजों के लिए इस प्रारूप में इससे कुछ तो बराबरी मिलेगी।
बेंगलुरु की टीम भी संघर्ष कर रही है क्योंकि उसके आक्रामक बल्लेबाज कई दिनों से क्रिकेट से दूर रहने के बाद खेलने आए और उनके लिए भी आते के साथ ही टाइमिंग हासिल करना आसान साबित नहीं हो रहा है। उनके गेंदबाज भी सपाट पिचों से तालमेल नहीं बैठा पाए हैं और यही वजह है कि जितने प्रभावशाली वो भारत में रहे थे, यहां उतनी छाप नहीं छोड़ पा रहे हैं। मुंबई की टीम आमतौर पर टूर्नामेंट की धीमी शुरुआत करने के लिए जानी जाती है। बेशक उनके पास 14 मैचों में वापसी का मौका है लेकिन अगर एक और हार मिली तो टीम के प्लेआफ में पहुंचने की संभावनाओं को झटका भी लग सकता है।
टीम के बल्लेबाजों को लय में लौटना ही होगा और खासकर उन दो बल्लेबाजों को जिन्हें हाल ही में भारतीय टीम में जगह मिली। सूर्यकुमार यादव और इशान किशन दोनों ने इस तरह के संकेत दिए हैं कि क्योंकि वो टीम इंडिया के लिए खेल चुके हैं तो उन्हें लगता है कि वो पहली ही गेंद से हवाई शाट खेलना शुरू कर सकते हैं। इस बात में कोई शक नहीं है कि वो बेहतरीन स्ट्राइकर हैं लेकिन अगर वो हालात के हिसाब से खेलेंगे तो टीम और अपने लिए ज्यादा कर पाएंगे। बेशक हर चीज मैच की स्थिति पर निर्भर करती है कि जब वो बल्लेबाजी के लिए आएंगे तो हालात के हिसाब से कैसी बल्लेबाजी करेंगे। यही सबसे अहम भी है।
पिछले दो मैचों में चेन्नई और कोलकाता की गेंदबाजी बेहद शानदार रही है। एक बार फिर यही विभाग तय करेगा कि कौन सी टीम इस मैच में दबदबा बनाएगी। कोलकाता का अबूधाबी में ये लगातार तीसरा मैच होगा जो उसके लिए घरेलू मैदान जैसा है। टीम के रहस्यमयी स्पिनर सुनील नारायण और वरुण चक्रवर्ती ने बल्लेबाजों पर अच्छा शिकंजा कसा है और उनके खतरे को कम करने के लिए धौनी को तब बल्लेबाजी के लिए आना होगा जब ये दोनों गेंद संभाल रहे हों। कोलकाता के युवा खिलाड़ी वेंकटेश अय्यर ने काफी प्रभावित किया है और अगर वह दीपक चाहर, जोश हेजलवुड, ड्वेन ब्रावो और शार्दुल ठाकुर के खिलाफ एक बार फिर अच्छी शुरुआत कर सके तो फिर कोलकाता की टीम बड़ा स्कोर कर सकती है। पहले टीम को बल्लेबाजी ने ही निराश किया था लेकिन अब अय्यर और राहुल त्रिपाठी ने ये सुनिश्चित किया है कि टीम तेजी से रन बना सके। इन मुकाबलों ने ये वादा तो किया है कि ये सुपर संडे होने जा रहा है।