धीमी शुरुआत कर खिताब जीतने वाले उदाहरणों से भरा है IPL का इतिहास- एबी डिविलियर्स
डिविलियर्स ने अपने कॉलम में कहा है कि किसी को भी ये नहीं समझना चाहिए कि पूल चरण पूरी तरह खत्म हो चुका है। आइपीएल इतिहास इस तरह के उदाहरणों से भरा पड़ा है जहां टीमें धीमी शुरुआत करती हैं। बाद में लय प्राप्त करती हैं और विजेता बनती हैं।
[एबी डिविलियर्स का कॉलम]। अधिकतर विशेषज्ञ इस बात पर सहमत हैं कि पहला लक्ष्य 16 अंक हासिल करना है क्योंकि इसका मतलब ये है कि आप प्लेऑफ में पहुंच जाएंगे। इसके बाद शीर्ष दो स्थानों पर रहने के लिए जोर लगाया जा सकता है। ऐसे में जबकि आइपीएल अपनी समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, ये गणित एक बार फिर सही साबित होता नजर आ रहा है।
चार टीमें दिल्ली कैपिटल्स (DC), मुंबई इंडियंस (MI), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) अच्छी जगह नजर आ रही हैं। इन टीमों को बाकी बचे चार या पांच मुकाबलों में से दो जीत की जरूरत है। वहीं अन्य चार टीमें राजस्थान रॉयल्स (RR), किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) की टीमों ने दबाव महसूस करना शुरू कर दिया है। इन टीमों को अपने बाकी बचे सभी मैच जीतने होंगे ताकि नॉकआउट चरण की उम्मीदें जिंदा रखी जा सकें।
ये नहीं समझना चाहिए कि पूल चरण पूरी तरह खत्म हो चुका है
ध्यान रहे, किसी को भी ये नहीं समझना चाहिए कि पूल चरण पूरी तरह खत्म हो चुका है। आइपीएल इतिहास इस तरह के उदाहरणों से भरा पड़ा है, जहां टीमें धीमी शुरुआत करती हैं और पूल चरण की शुरुआत में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद जब जरूरत होती है तब लय में लौट आती हैं। इतना ही नहीं, लय कायम रखते हुए न केवल अगले चरण में पहुंचती हैं बल्कि खिताब भी हासिल कर लेती हैं।
टूर्नामेंट की हर टीम में स्टार खिलाड़ी हैं
क्या राजस्थान, पंजाब, हैदराबाद और चेन्नई की टीम भी 2020 की आइपीएल चैंपियन बन सकती है? बेशक, क्यों नहीं। इस टूर्नामेंट की हर टीम में स्टार खिलाड़ी हैं और गहराई भी। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि आठों टीमों में से कोई भी टीम अचानक आगे बढ़ते हुए सभी को पीछे छोड़ सकती है। टीमों के बीच अंतर बेहद कम है, जितना अंक तालिका से बयां होता है, उससे बेहद कम।
टी20 क्रिकेट में सफलता और विफलता के बीच की महीन लाइन को समझ लिया है
आरसीबी का प्रदर्शन अच्छा रहा है, लेकिन हमें ये अच्छी तरह अहसास है कि हमने कुछ ऐसे मैच जीते हैं जो आसानी से दूसरी टीमों के पक्ष में जा सकते थे। हमने टी20 क्रिकेट में सफलता और विफलता के बीच की महीन लाइन को समझ लिया है। राजस्थान के खिलाफ हमारे शनिवार के मैच को देखिए। उन्होंने शानदार खेल दिखाया और करीब 35 ओवर तक मैच को पूरी तरह नियंत्रण में रखा। जब तक कि हमने आखिरी ओवरों में तेजी से रन बनाकर सफलतापूर्वक लक्ष्य का पीछा नहीं कर लिया।
आइपीएल तब तक खत्म नहीं होता जब तक कि खत्म न हो जाए
यही टी-20 क्रिकेट है। यही आइपीएल है। ये तब तक खत्म नहीं होता जब तक कि खत्म न हो जाए। इस बात को साबित करने के लिए रविवार का दिन है, जहां दोनों मैच सुपरओवर में गए और तब जाकर इनका नतीजा निकला। रोमांच और क्रिकेट के स्तर के मामले में यह सत्र असाधारण है, जहां कमेंटेटर्स के पास विशेषणों की कमी हो गई है। आरसीबी के खिलाड़ियों को शांत रहने और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। बुधवार को कोलकाता को हराना आसान नहीं होगा और रविवार को चेन्नई के खिलाफ चुनौती मुश्किल होगी, मगर एक बार में एक मैच, एक बार में एक कदम।