जुलाई में श्रीलंका जाएगी टीम इंडिया, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी नहीं होंगे दौरे का हिस्सा

बीसीसीआइ के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रविवार को कहा कि भारतीय टीम शीर्ष खिलाडि़यों के बिना जुलाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा करेगी। कप्तान विराट कोहली सीमित ओवरों के उप कप्तान रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी इस दौरे का हिस्सा नहीं होंगे।

By TaniskEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 08:28 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 09:32 AM (IST)
जुलाई में श्रीलंका जाएगी टीम इंडिया, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी नहीं होंगे दौरे का हिस्सा
शीर्ष खिलाडि़यों के बिना श्रीलंका जाएगी टीम इंडिया।

कोलकाता, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने रविवार को कहा कि भारतीय टीम शीर्ष खिलाडि़यों के बिना जुलाई में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए श्रीलंका का दौरा करेगी। कप्तान विराट कोहली, सीमित ओवरों के उप कप्तान रोहित शर्मा जैसे बड़े खिलाड़ी इस दौरे का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि वे उस समय इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रहे होंगे।

गांगुली ने कहा, 'हमने जुलाई में सीनियर पुरुष टीम के लिए सीमित ओवरों की सीरीज की योजना बनाई है, जहां वे श्रीलंका में टी-20 अंतरराष्ट्रीय और वनडे मैच खेलेंगे।' भारत की दो अलग-अलग टीमों के बारे में पूछे जाने पर इस पूर्व कप्तान ने कहा कि सीमित ओवरों की सीरीज में भाग लेने वाली टीम इंग्लैंड दौरे पर गई टीम से अलग होगी। उन्होंने कहा, 'यह सफेद गेंद (सीमित ओवरों) के विशेषज्ञों की टीम होगी। यह इंग्लैंड दौरे पर गई टीम से अलग होगी।' उन्होंने यह साफ किया कि क्रिकेट बोर्ड ने भी सीमित ओवरों के नियमित खिलाडि़यों को ध्यान में रखा है।

श्रीलंका दौरे पर कम से कम पांच टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज हो सकती है। भारतीय टीम का इंग्लैंड दौरा 14 सितंबर को समाप्त होगा और आइपीएल के बचे हुए मैचों की योजना अभी बननी है। ऐसे में बीसीसीआइ चाहता है कि शिखर धवन, हार्दिक पांड्या, भुवनेश्वर कुमार, दीपक चाहर, युजवेंद्रा सिंह चहल जैसे खिलाड़ी मैचों के लिए तैयार रहें।

बीसीसीआइ के एक सूत्र ने दौरे के तर्क को समझाते हुए कहा, 'बीसीसीआइ अध्यक्ष चाहते है कि हमारे सभी शीर्ष खिलाड़ी मैच के लिए तैयार हैं और चूंकि इंग्लैंड दौरे पर सीमित ओवरों की सीरीज नहीं है ऐसे में जुलाई के महीने का अच्छी तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है।' उन्होंने कहा कि जुलाई में भारतीय टीम के शीर्ष खिलाडि़यों का इंग्लैंड से आना संभव नहीं होगा क्योंकि वहां क्वारंटाइन नियम काफी कड़े हैं।

सूत्र ने कहा, 'तकनीकी तौर पर जुलाई में सीनियर टीम को कोई आधिकारिक मैच नहीं खेलना है। टेस्ट टीम आपस में मैच खेल कर अभ्यास करेगी। ऐसे में भारत के सीमित ओवरों के विशेषज्ञों के लिए मैच अभ्यास का मौका देने में कोई नुकसान नहीं है। इससे चयनकर्ताओं को टीम की खामियों को भरने का मौका भी मिलेगा।'

इससे टीम को भी प्रयोग करने का मौका मिलेगा, जैसे लेग स्पिन के लिए चहल के विकल्प के तौर पर राहुल चाहर या राहुल तेवतिया को परखा जा सकता है। बायें हाथ के तेज गेंदबाज के लिए चेतन सकारिया को आजमाया जा सकता है। यह भी देखना होगा कि देवदत्त पडीक्कल और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी मैच खेलने के लिए फिट हैं या नहीं। पृथ्वी शॉ का वनडे करियर परवान नहीं चढ़ा, जबकि सूर्यकुमार यादव और इशान किशन जैसे बल्लेबाज टीम में अपना दावा मजबूत करने के लिए बेकरार हैं।

chat bot
आपका साथी