'जब तक सीमा पर आंतकवाद बंद नहीं होता, भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संभव नहीं'

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज Gautam Gambhir ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तब तक अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं होनी चाहिए जब तक कि पाकिस्तान हमारी सीमाओं पर आतंकवाद को बंद नहीं कर देता।

By Vikash GaurEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 08:09 AM (IST) Updated:Thu, 25 Feb 2021 08:09 AM (IST)
'जब तक सीमा पर आंतकवाद बंद नहीं होता, भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संभव नहीं'
गौतम गंभीर ने फिर से पाकिस्तान पर निशाना साधा है (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, आइएएनएस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर और वर्तमान में लोकसभा सांसद गौतम गंभीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट को फिर से शुरू करने के विचार का कड़ा विरोध किया है। गंभीर का मानना है कि जब तक पाकिस्तान जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पर आतंकवाद को बंद नहीं कर देता, तब तक भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट नहीं खेलना चाहिए। गंभीर ने एक इंटरव्यू में यह बात कही।

उन्होंने कहा, "आखिरकार, क्रिकेट कोई मायने नहीं रखता, बल्कि हमारे सैनिक रखते हैं।" गंभीर ने तर्क दिया कि भारतीय क्रिकेटरों को देश के लिए खेलने के लिए अच्छा-खासा भुगतान किया जाता है, लेकिन सैनिक देश की निस्वार्थ रूप से रक्षा करते हैं। बकौल गंभीर, "मैंने देश के लिए खेलते हुए और जीतकर किसी पर कोई उपकार नहीं किया है, लेकिन किसी ऐसे व्यक्ति को देखें, जो सियाचिन या पाकिस्तान सीमा पर हमारा बचाव कर रहा है और थोड़े से पैसे लेकर ही अपनी जान जोखिम में डाल रहा है। असल में तो वही हमारे देश के सबसे महान नायक हैं।"

भारतीय टीम के लिए लंबे समय क्रिकेट इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले गौतम गंभीर बचपन से ही भारतीय सेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन जब वह स्कूल में थे और उन्होंने घरेलू स्तर पर खेली जाने वाली प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी में खेलना शुरू किया तो उनके माता-पिता ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए खेलने के लिए मनाया था। हालांकि, अब जब भी देश के सैनिकों की बात आती है तो गंभीर सबसे आगे खड़े मिलते हैं। 

आपको बता दें, दोनों देशों के बीच पिछले करीब एक दशक से द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेली गई है। भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आइसीसी और एसीसी टूर्नामेंट्स में ही एक-दूसरे से भिड़ती हैं। तमाम दिग्गज क्रिकेटर दलील दे चुके हैं कि दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय द्विपक्षीय क्रिकेट की बहाली होनी चाहिए, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ इसके लिए तैयार नहीं है। 

chat bot
आपका साथी