IPL 2021 के बचे मैचों का आयोजन भारत में कैसे कराया जाए, पूर्व बीसीसीआइ सेक्रेटरी ने दिया फॉर्मूला
निरंजन शाह ने कहा कि बोर्ड को आधा काम पूरा करने के लिए कुछ और हफ्तों की जरूरत है और जब अगले दो-तीन महीनों मे हालात सुधरेंगे तब इस सीजन को पूरा करने पर विचार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि बोर्ड का जो फैसला ठीक था।
नई दिल्ली, जेएनएन। आइपीएल 2021 को कोविड-19 महामारी की वजह से बीच में ही स्थगित करना पड़ा था। इसे लेकर बीसीसीआइ के अध्यक्ष भी कह चुके हैं कि, मौजूदा हालात को देखते हुए इसके बचे हुए मैचों को भारत में आयोजित करने की संभावना ना के बराबर है। हालांकि इसके लिए यूएई या फिर इंग्लैंड को विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। श्रीलंका ने भी बीसीसीआइ को ऑफर किया है कि, वो बाकी के बचे हुए मुकाबलों को वहां पर आयोजित कर सकते हैं। फिलहाल बोर्ड की तरफ से भी कहा गया है कि, इसके आयोजन को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी और इन सारी बातों के बीच बीसीसीआइ के पूर्व सेक्रेटरी निरंजन शाह ने एक फॉर्मूला बताया है कि, कैसे इस सीजन के बचे हुए मैचों को भारत में ही आयोजित किया जा सकता है।
निरंजन शाह ने रैडिफ डॉट कॉम से बात करते हुए कहा कि, बीसीसीआइ को इस सीजन के बचे हुए 31 मैचों का आयोजन करने के लिए 30 दिनों के विंडो की जरूरत है। बोर्ड घरेलू सीजन में कुछ बदलाव करते इन मैचों के लिए विंडो बना सकता है। अगर हम इस साल घरेलू सीजन के टूर्नामेंट का आयोजन थोड़ी देर से शुरू करें तो आइपीएल 2021 को पूरा आयोजित करने का चांस बन सकता है। उन्होंने कहा कि, अगर इस साल आइपीएल का आयोजन नहीं किया गया तो इससे बोर्ड को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। बीसीसीआइ ने आधे सीजन का आयोजन कर लिया था और आधी लड़ाई तो उसने जीत ली है।
साह ने आगे कहा कि, बोर्ड को आधा काम पूरा करने के लिए कुछ और हफ्तों की जरूरत है और जब अगले दो-तीन महीनों मे हालात सुधरेंगे तब इस सीजन को पूरा करने पर विचार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि, बोर्ड ने भारत में आइपीएल को आयोजित करने का जो फैसला किया वो बिल्कुल ठीक था क्योंकि आप हर साल यूएई या कहीं अन्य देश में अपनी लीग का आयोजन नहीं कर सकते। बोर्ड की तारीफ की जानी चाहिए कि, उन्होंने कठिन घड़ी में इस लीग को आयोजित करना संभव बनाया।