तेज गेंदबाजों की वजह से पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय स्पिनर्स रहे सफल : चहल
एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारत को विकेट से लिहाज से सबसे बड़ी जीत मिली।
नई दिल्ली, जेएनएन। एशिया कप में एक ही सप्ताह में भारत का पाकिस्तान से दो बार सामना हुआ। पहले मैच में भारत ने पाक को 8 विकेट से हराया लेकिन ये टीम इंडिया के लिए पर्याप्त नहीं था। इसके बाद टीम के कप्तान रोहित और धवन ने मिलकर विकेट से लिहाज से पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे मैच में सबसे बड़ी जीत दर्ज की। भारत ने सुपर फोर मुकाबले में पाकिस्तान को 9 विकेट से हरा दिया।
सुपर फोर के मुकाबले में एक वक्त पाकिस्तान की टीम ने तीन विकेट पर 165 रन बना लिए थे और मजबूत स्थिति में दिख रही थी लेकिन आखिरी के दस ओवर में जसप्रीत बुमराह की धारदार गेंदबाजी की वजह से ये टीम ज्यादा रन नहीं जुटा पाई। पाकिस्तान के टॉप ऑर्डर से बल्लेबाज इमाम उल हक और फखर जमां को युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने जल्दी आउट कर उन्हें बड़ा झटका दिया था। चहल ने इस मैच में 9 ओवर में 46 रन देकर 2 विकेट लिए। इस मैच में ओपनर का विकेट लेने का श्रेय चहल ने तेज गेंदबाजों को दिया। उन्होंने कहा कि टीम के तेज गेंदबाज अमूमन नई गेंद से सात से आठ ओवर गेंदबाजी कर चुके होते हैं और फिर हमें गेंदबाजी सौंपी जाती है। ये तेज गेंदबाज इतने ही ओवर में बल्लेबाज पर दबाव बना चुके होते हैं और वो 20-25 से ज्यादा रन नहीं बना पाते हैं। तेज गेंदबाजों द्वारा बनाए गए दबाव की वजह से स्पिनर्स अपने प्लान में कामयाब रहते हैं और उस दबाव को आगे कायम रखते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप वनडे में बल्लेबाजों को बाउंड्री नहीं लगाने देते तो वो खुद ही दबाव में आ जाते हैं।
भारत के खिलाफ सुपर फोर के मैच में पाकिस्तान की टीम ने पहले 15 ओवर में सिर्फ चार चौके लगाए थे। वहीं शुरुआत में ही कुलदीप ने फखर को आउट कर दिया जबकि चहल ने इमाम को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। चहल ने कहा कि वो वनडे में पावरप्ले के दौरान गेंदबाजी करने में सहज हैं क्योंकि मैंने आइपीएल में पावरप्ले के दौरान काफी गेंदबाजी की है और ये मेरे लिए नया नहीं है। मैंने पावरप्ले में गेंदबाजी के लिए नेट्स पर काफी अभ्यास किया है और विकेट के मुताबिक अपने पेस में बदलाव और लेंथ पर काम किया। भारतीय स्पिनर्स ने पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में चार विकेट लिए जो पाक स्पिनर मो. नवाज और शादाब खान से ज्यादा है।
चहल ने कहा कि हमारे बल्लेबाजों ने शुरुआत से ही पाकिस्तानी गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखा। अगर बल्लेबाज दबाव में नहीं होते तो गेंदबाजों का सामना करना उनके लिए आसान रहता है। इस विकेट पर आपको अपना लाइन और लेंथ सही रखने की जरूरत है। हालांकि पाकिस्तान के गेंदबाजों ने ऐसा किया लेकिन परिस्थिति थोड़ी अलग थी क्योंकि 150 रन पर भी हमारा कोई बल्लेबाज आउट नहीं हुआ था।