पूर्व भारतीय ओपनर बोले- मैं कमेंट्री बॉक्स से चिल्ला रहा था कि इस खिलाड़ी को सुपर ओवर में भेजो
भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि मैं कॉमेंट्री बॉक्स से चिल्ला रहा था कि पंजाब को सुपर ओवर में मयंक अग्रवाल को भेजना चाहिए लेकिन ऐसा हुआ नहीं और सुपर ओवर बेबी ओवर हो गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। रविवार 20 सितंबर को दुबई में दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच आइपीएल 2020 का दूसरा मैच खेला गया, जिसमें दिल्ली की टीम ने बाजी मारी। हालांकि, पहले 20-20 ओवर का मैच टाई रहा था, लेकिन बाद में हुए सुपर ओवर में दिल्ली की टीम ने पंजाब को सिर्फ 2 रन बनाने दिए। 3 गेंदों में दो खिलाड़ी भी पंजाब के चलते बने, जबकि पंजाब ने सिर्फ दो गेंदों में 3 रन बनाकर सुपर ओवर के जरिए मैच अपने नाम कर लिया।
इस सुपर ओवर वाले कॉन्टेस्ट में एक हैरान करने वाली बात देखने को मिली, जब पंजाब की फ्रेंचाइजी ने केएल राहुल के साथ निकोलस पूरन को बल्लेबाजी के लिए भेजा। वहीं, जब केएल राहुल आउट हो गए तो फिर ग्लेन मैक्सवेल को बल्लेबाजी के लिए भेज दिया, लेकिन वो शख्स नजर नहीं आया, जिसने पंजाब के लिए आधे से ज्यादा रन अकेले बनाए। ये बल्लेबाज कोई और नहीं, बल्कि मयंक अग्रवाल थे, जिन्होंने 60 गेंदों में 89 रन की पारी खेली।
अब भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा आइपीएल कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि मैं पंजाब के उस फैसले से खुश नहीं हूं कि उन्होंने मयंक अग्रवाल को सुपर ओवर में क्यों बल्लेबाजी करने नहीं भेजा, जो कि फॉर्म में थे। उन्होंने कहा है, "मेरे मन में कई सवाल हैं कि आखिर KXIP कर क्या रही थी। मैच आपकी मुट्ठी में था। मयंक अग्रवाल ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन आपने उन्हें सुपर ओवर में बल्लेबाजी करने के लिए क्यों नहीं भेजा।"
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा, "मैं उसे बल्लेबाजी के लिए भेजने के लिए कमेंट्री बॉक्स से चिल्ला रहा था, उसने इतने रन बनाए हैं और वह फॉर्म में एकमात्र व्यक्ति है। आप निकोलस पूरन और केएल राहुल को भेजें और उसके बाद आप मैक्सवेल को भेजें। आपने सुपर ओवर को बेबी ओवर के रूप में बना दिया। आपने सिर्फ 3 गेंदों में 2 विकेट खो दिए। आपने एक ऐसे मैच को जाने दिया है जिसे आपको जीतना चाहिए था।"