SIM-Swap क्या है? इस फ्रॉड के जरिये आपका खाता तुरंत हो जाता है खाली, जानिए कैसे बचें
जालसाज आपके फोन नंबर से एक नए सिम का रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं। इसके बाद आपका सिम बंद हो जाता है। फिर आपके नंबर पर रजिस्टर्ड हुए दूसरे नंबर पर जो OTP आता है उससे कोई भी आपके अकाउंट के पैसे खाली कर सकता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। तकनीक के आगे बढ़ने से काम आसान हो गया है, लेकिन बार लगता है कि क्या ये वरदान है या अभिशाप? मौजूदा दौर में लगभग हर किसी के पास स्मार्टफोन है, हम होटल बुकिंग, टिकट बुकिंग, बैंकिंग सेवाएं जैसी कई सुविधा स्मार्टफोन के जरिये उठा रहे हैं। स्मार्टफोन के जरिये सिम क्लोनिंग या सिम स्वैपिंग को भी अंजाम दिया जाता है। आखिर क्या है सिम क्लोनिंग या सिम स्वैपिंग, जानिए।
क्या है SIM Swap?: एक्सपर्ट जितेंद्र सोलंकी के अनुसार सिम स्वैप का मतलब सिम एक्सचेंज करना है। सिम क्लोनिंग या सिम स्वैपिंग के जरिये आसानी से साइबर क्राइम किया जा सकता है। फ्रॉड करने वाला व्यक्ति आपके सिम का डुप्लीकेट तैयार कर लेता है। जालसाज आपके फोन नंबर से एक नए सिम का रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं। इसके बाद आपका सिम बंद हो जाता है। फिर आपके नंबर पर रजिस्टर्ड हुए दूसरे नंबर पर जो OTP आता है उससे कोई भी आपके अकाउंट के पैसे खाली कर सकता है।
कैसे करें बचाव: सोलंकी ने बताया कि अगर आपके मोबाइल से नेटवर्क चला जाता है, या आपके फोन पर कोई फोन कॉल्स न आ रही है और न ही कोई अलर्ट तो तुरंत इसकी शिकायत अपने मोबाइल ऑपरेटर्स से करना चाहिए। अपने मोबाइल नंबर को भूलकर भी सोशल मीडिया पर न डालें। अगर आपको ऐसा लगता है कि आपके नंबर का इस्तेमाल सिम स्वैपिंग के लिए हो रहा है तो तुरंत इसकी शिकायत अपने मोबाइल ऑपरेटर्स से करें।
कई बार जालसाज बहुत सारे नंबर से आपको फोन करना शुरू कर देंगे। आपको लगेगा कि ये अज्ञात कॉल्स आ रही हैं तो ऐसे में फोन को बंद कर दिया जाए। लेकिन, कई बार क्या होता है कि यह फ्रॉड करने वाले की एक चाल हो सकती है कि आपके पास ज्यादा फोन जाये तो आप मोबाइल स्विच ऑफ कर दें और आपको अपने नेटवर्क में हुई छेड़छाड़ का पता न लग सके। आप समय समय पर अपने बैंक स्टेटमेंट और ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन हिस्ट्री की जांच करते रहें ताकि किसी भी समस्या या अनियमितता की पहचान कर सकें।