अमेरिकी डेयरी प्रोडक्‍ट्स भारत में जल्‍द मिलेंगे सस्‍ते, सरकार कर रही है विचार

अमेरिका से आयात होने वाले मेडिकल डेयरी और कृषि क्षेत्र के कुछ उत्पादों के अलावा सेब और अखरोट पर आयात शुल्क की दर घटाने का प्रस्ताव है। (Pic pixabay.com)

By Manish MishraEdited By: Publish:Sat, 19 Oct 2019 09:14 AM (IST) Updated:Sat, 19 Oct 2019 09:14 AM (IST)
अमेरिकी डेयरी प्रोडक्‍ट्स भारत में जल्‍द मिलेंगे सस्‍ते, सरकार कर रही है विचार
अमेरिकी डेयरी प्रोडक्‍ट्स भारत में जल्‍द मिलेंगे सस्‍ते, सरकार कर रही है विचार

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारतीय बाजार में कुछ अमेरिकी उत्पादों की पहुंच और आसान हो सकती है। इस संबंध में अगले सप्ताह सचिवों की अंतरमंत्रालयी समिति विचार करेगी। इसके तहत डेयरी उत्पादों से लेकर मेडिकल डिवाइस और अखरोट जैसे उत्पादों पर आयात शुल्क में राहत देने का प्रस्ताव है। वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय कारोबार को रफ्तार देने की दिशा में हो रही बातचीत के तहत यह कदम उठाया जाना है। अमेरिका की तरफ से भी कुछ भारतीय उत्पादों को बाजार पहुंच आसान बनाने का फैसला हो सकता है। 

माना जा रहा है कि अमेरिका जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस (जीएसपी) के तहत मिलने वाली ड्यूटी राहत फिर से शुरू कर सकता है। विभिन्न मंत्रालयों के साथ चर्चा के लिए जारी कुछ उत्पादों की सूची के मुताबिक अमेरिका से आयात होने वाले मेडिकल, डेयरी और कृषि क्षेत्र के कुछ उत्पादों के अलावा सेब और अखरोट पर आयात शुल्क की दर घटाने का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त दालों पर आयात शुल्क में कमी का प्रस्ताव भी वाणिज्य मंत्रालय ने किया है, जिस पर कृषि मंत्रालय की राय मांगी गई है।

सूत्रों के मुताबिक अमेरिका से आयात होने वाले फ्रोजन चिकन और बरबॉन व्हिस्की पर भी आयात शुल्क की दर घटाने का प्रस्ताव है। सेब पर आयात शुल्क की दर को 50 से घटाकर 10 फीसद और अखरोट पर सौ फीसद से घटाकर दस फीसद करने का प्रस्ताव है। सोमवार को होने वाली बैठक में सभी मंत्रालय इन प्रस्तावों पर अपना पक्ष रखेंगे। बैठक में कृषि, खाद्य व सार्वजनिक वितरण, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण, पेट्रोलियम और गैस तथा कृषि, पशुपालन व डेयरी मंत्रलयों के साथ-साथ राष्ट्रीय फार्मास्यूटिकल मूल्य आयोग के अधिकारी हिस्सा लेंगे।

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