Bank Merger: बैंकों के एकीकरण की प्रक्रिया में ग्राहकों को भी ध्यान में रखनी होगी ये बातें

Bank Merger आपके मौजूदा अकाउंट से आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी अपडेट होना चाहिए ताकी बैंक द्वारा दी जाने वाली सूचनाएं आप तक पहुंच सके।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Tue, 24 Sep 2019 02:42 PM (IST) Updated:Mon, 07 Oct 2019 07:57 AM (IST)
Bank Merger: बैंकों के एकीकरण की प्रक्रिया में ग्राहकों को भी ध्यान में रखनी होगी ये बातें
Bank Merger: बैंकों के एकीकरण की प्रक्रिया में ग्राहकों को भी ध्यान में रखनी होगी ये बातें

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने पब्लिक सेक्टर के 10 बैंकों को मिलाकर 4 बैंक बनाने की घोषणा की थी। इस एकीकरण के बाद अब देश में कुल पब्लिक सेक्टर बैंकों की संख्या 12 रह जाएगी। सरकार का कहना है कि बैंको के इस विलय से ग्राहकों पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। इस विलय की घोषणा से ग्राहकों को घबराने की कतई आवश्यकता नहीं है, उनका पैसा सुरक्षित रहेगा। इसके बावजूद अगर आपका इन बैंकों में अकाउंट है, तो आपको कुछ चीजों का ध्यान रखने की आवश्यकता है, जिससे आप भविष्य में सहज रूप से अपने बैंकिंग कार्य निपटा सकें।

अपनी अपडेटेड अकाउंट डिटेल प्राप्त करें

बैंकों का विलय होने पर कई सारे बदलाव हो सकते हैं, जिसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए। बैंकों के विलय से आपका अकाउंट नंबर, कस्टमर आईडी और आईएफएससी कोड चेंज होगा। अगर आपका इन विलय हो रहे बैंकों में से एक से अधिक में अकाउंट है, तो आपको एक ही कस्टमर आईडी आवंटित हो सकती है। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि आपके मौजूदा अकाउंट से आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आइडी अपडेट होना चाहिए, ताकी बैंक द्वारा दी जाने वाली सूचनाएं आप तक पहुंच सके। विलय के बाद नया अकाउंट नंबर, कस्टमर आईडी और आईएफएससी कोड मिलने पर आपको आयकर विभाग, इंश्योरेंस कंपनीज, म्युचुअल फंड आदि जगह भी इसे अपडेट करना होगा।

मौजूदा से अलग हो सकती हैं इंटरनेट बैंकिंग सुविधाएं

इस फैसले के अधिसूचित होने के बाद विलय हुए बैंकों का एक ऑनलाइन बैंकिंग पोर्टल हो सकता है और आपको फिर बैंकिंग कामों के लिए विलय से बने बैंक के पोर्टल पर जाना होगा। हालांकि, यह सब बैंक की पॉलिसीज पर निर्भर करेगा। हो सकता है कि आप अपने पुराने यूजर आईडी और पासवर्ड के साथ ही ऑनलाइन बैंकिंग कार्य कर पाएं। आपको यहां यह ध्यान रखना है कि आप सही बैंक वेबसाइट पर ही लॉगिन करें। यहां आपको नए बैंक की तरह दिखने वाली फिशिंग वेबसाइट्स से बचना होगा।

अपने बैंक की शाखाओं और एटीएम के बारे में जानें

बैकों के विलय के कारण ऐसा हो सकता है कि कुछ शाखाएं बंद हो जाएं और कुछ एटीएम कार्य से बाहर हो जाएं। यहां आपको इस संबंध में अपने बैंक से दी जा रही सूचनाओं पर नजर रखने की आवश्यकता होगी। जब तक बैंक द्वारा कोई सूचना नहीं दी जाती, आपके मौजूदा डेबिट और क्रेडिट कार्ड वैध बने रहेंगे। नया कार्ड विलय से बने बैंक द्वारा जारी किया जाएगा। विलय से एक अच्छी बात यह होगी कि ग्राहक विलय में शामिल सभी बैंकों के एटीएम से बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के ट्रांजेक्शन कर सकेगा।

नए बैंक की सर्विसेज और चार्जेज की जानकारी लें

बैंकों के विलय के बाद आपको नए बैंक की सर्विसेज और विभिन्न चार्जेज की जानकारी ले लेनी चाहिए। आपको जान लेना चाहिए कि कौनसी सर्विस फ्री है और कौनसी सर्विस चार्जेबल है। यहां आपको बता दें कि बैंकों के विलय के बाद आपके मौजूदा लोन और एफडी पर दरें नहीं बदलेगी। ये केवल नए बैंक में ट्रांसफर हो जाएंगी।

chat bot
आपका साथी