Nirmala sitharaman PC : उद्योग-धंधों को मिल सकती है राहत

वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सोमवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करने जा रही हैं। इसमें वे Covid mahamari से ठप पड़ गए सेक्‍टरों के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकती हैं। छोटे उद्योगों के लिए कुछ राहत की घोषणा कर सकती हैं।

By Ashish DeepEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 01:12 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 02:57 PM (IST)
Nirmala sitharaman PC : उद्योग-धंधों को मिल सकती है राहत
विभिन्‍न संगठन सरकार से Tax माफ करने से लेकर फाइनेंशियल मदद मांग रहे हैं। (Pti)

नई दिल्‍ली, बिजनेस डेस्‍क। वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) सोमवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करने जा रही हैं। इसमें वे Covid mahamari से ठप पड़ गए सेक्‍टरों के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकती हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो फाइनेंस मिनिस्‍ट्री टूरिज्‍म, एविएशन, हॉस्पिटेलिटी इंडस्‍ट्री के साथ छोटे उद्योगों के लिए कुछ राहत की घोषणा कर सकती हैं।

बता दें कि विभिन्‍न संगठन सरकार से Tax माफ करने से लेकर फाइनेंशियल मदद मांग रहे हैं। ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन (AICGVOA) ने केंद्र सरकार से डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को तुरंत रोकने और परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों और श्रमिकों का प्राथमिकता के आधार पर कोरोना टीकाकरण करने का अनुरोध किया है। AICGVOA ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में covid 19 के प्रभाव के कारण नुकसान का अनुमान लगाने और सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए व्यापक अध्ययन करने की मांग की है।

AICGVOA ने कहा कि सबसे पहले सरकार को डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगानी चाहिए। साथ ही परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों और कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना रोकथाम टीका लगाना चाहिए।

संघ ने सरकार से चालू वित्त वर्ष के लिए टोल शुल्क, सड़क कर, राज्य कर और अन्य विविध करों में छूट की घोषणा करने का भी आग्रह किया है। अगर सरकार द्वारा सड़क कर, बीमा, चालक का न्यूनतम वेतन और वाहन विनिर्माताओं द्वारा वाहन की परिचालन क्षमता तय की जा सकती है, तो सरकार कम से कम मोटर वाहन अधिनियम की धारा 67 के अनुसार न्यूनतम माल भाड़ा भी तय कर सकती है।

संघ ने सरकार से ऐसे बड़े सुधार और छूट की भी मांग की और कहा कि इसके बना ट्रक आपरेटरों के लाभ में गिरावट नहीं थमेगी। मूल्यवर्धित कर (वैट) और भाड़े की वजह से विभिन्न राज्यों में ईंधन के दाम भिन्न-भिन्न होते हैं। सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ओडिशा में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है।

(Pti इनपुट के साथ)

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