Mutual Funds में निवेश करते समय कभी ना करें ये गलतियां वरना हो सकता है नुकसान

Mutual Funds में निवेश करते समय निवेशक को अपना लक्ष्य जरूर तय कर लेना चाहिए।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 07:49 PM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 08:51 AM (IST)
Mutual Funds में निवेश करते समय कभी ना करें ये गलतियां वरना हो सकता है नुकसान
Mutual Funds में निवेश करते समय कभी ना करें ये गलतियां वरना हो सकता है नुकसान

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। म्युचुअल फंड युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हुआ है। लोग बेहतर रिटर्न पाने के लिए अपनी छोटी-छोटी सेविंग्स को म्युचुअल फंड्स में निवेश करते हैं। बेहद आसान और सहज निवेश विकल्प होने के चलते ही यह लोकप्रिय बना। किसी भी जगह निवेश करने से पहले निवेशक को जरूरी जानकारी, बाजार की समझ और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए। निवेश विकल्प कितना भी सहज क्यों ना हो, बिना सोचे-समझे किया गया निवेश निवेशक के लिए नुकसानदेय भी हो सकता है। आज हम आपको पांच ऐसी गलतियां बताएंगे, जिन्हें म्युचुअल फंड में निवेश करते समय नहीं करनी चाहिए।

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बिना लक्ष्य तय किये ना करें निवेश

निवेशक को किसी निवेश विकल्प में निवेश करने से पहले अपना लक्ष्य जरूर तय कर लेना चाहिए। म्युचुअल फंड में एसेट अलोकेशन के समय निवेशक को अपने लक्ष्य को जरूर ध्यान में रखना चाहिए। निवेशक को किस एसेट में कितना निवेश करना चाहिए, यह उसके लक्ष्य और जोखिम लेने की क्षमता पर ही निर्भर करता है।

बाजार से ना हों प्रभावित

अगर आपका कोई लंबे समय का लक्ष्य नहीं है और शेयर बाजार से प्रभावित होकर इक्विटी म्युचुअल फंड्स में निवेश करना चाहते हैं, तो याद रखें कि इसमें बहुत अधिक जोखिम हो सकता है। शेयर बाजार अनिश्चितताओं से भरा होता है। वहीं, अगर लंबे समय के लक्ष्य को लेकर इक्विटी में निवेश किया जाए, तो यह दूसरे एसेट्स की तुलना में काफी बेहतर साबित होगा।

ना करें पिछले रिटर्न के हिसाब से निवेश

कई सारे लोग रिटर्न के अपने पिछले ट्रैक रिकॉर्ड या स्टार रेटिंग को देखकर म्युचुअल फंड्स में निवेश करते हैं। यह सही नहीं है। निवेशक को निवेश करने से पहले फंड का समुचित मूल्यांकन कर लेना चाहिए। निवेशक को यह समझना चाहिए कि फंड ने जिस तरह का प्रदर्शन किया है, उसके पीछे क्या कारण रहा।

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टैक्स सेविंग पर ना हो अधिक ध्यान

कुछ म्युचुअल फंड्स में टैक्स को लेकर फायदा होता है, इस कारण वे अधिक आकर्षक लगते हैं। हो सकता है कि वे अच्छे फंड हों, लेकिन यह हमेशा जरूरी नहीं है। निवेशक को टैक्स बचाने पर केंद्रित रहने की बजाए अच्छा रिटर्न पाने और अपना फंड बढ़ा करने के लक्ष्य के साथ निवेश करना चाहिए।

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