Gold Hallmarking पर क्या है ग्राहकों और सुनारों की राय, जानिए यहां
Gold jewellery और Gold ornaments पर हॉलमार्किंग की व्यवस्था 16 जून से प्रभाव हो गई है। हालांकि सरकार इसे लेकर किसी जल्दबाजी के मूड में नहीं है। ज्वेलरों की मांग पर सरकार ने इसे फेज में आगे बढ़ाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Gold jewellery और Gold ornaments पर हॉलमार्किंग की व्यवस्था 16 जून से प्रभाव हो गई है। हालांकि सरकार इसे लेकर किसी जल्दबाजी के मूड में नहीं है। ज्वेलरों की मांग पर सरकार ने इसे फेज में आगे बढ़ाने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ज्वेलरों से मुलाकात के बाद Tweet किया कि Gold Hallmarking पहले 256 जिलों में शुरू होगी। इसके बाद इसे दूसरे जिलों में लॉन्च किया जाएगा।
सरकार के इस कदम का ज्वेलरों ने स्वागत किया है। Diamond city Surat के ज्वेलरों और ग्राहकों ने कहा कि gold hallmarking से हमें काफी फायदा होगा। अब कोई भी सुनार हमें नकली सोना देकर ठग नहीं पाएगा। ज्वेलरी ग्राहक शीतल चोकसी ने कहा कि Gold Hallmarking से सोने की शुद्धता परखी जा सकेगी।
D Kushalbhai Jewellers के दीपक के मुताबिक हम इस फैसले से खुश हैं। इससे खरीदार और दुकानदार के बीच भरोसा बढ़ेगा। ग्राहकों को पूरे देश में 100 फीसद हालमार्क ज्वेलरी मिलेगी। वह जितने कैरेट का gold खरीदेंगे उसकी शुद्धता की गारंटी होगी।
दिल्ली के PP Jewellers के डायरेक्टर पीयूष गुप्ता ने कहा कि ग्राहकों को अकसर सोने की शुद्धता को लेकर सवाल रहता है। gold hallmarking सराहनीय कदम है। इससे ग्राहकों के बीच सोने की शुद्धता को लेकर भरोसा बढ़ेगा।
उल्लेखनीय है कि सरकार ने 2019 में स्वर्ण आभूषणों और कलाकृतियों पर 15 जनवरी, 2021 से हॉलमार्किंग अनिवार्य किये जाने की घोषणा की थी। लेकिन बाद में समयसीमा चार महीने के लिए 1 जून तक बढ़ा दी गई। बाद में जौहरियों की महामारी के कारण समयसीमा आगे बढ़ाए जाने के अनुरोध के बाद इसे 15 जून कर दिया गया।
पीयूष गोयल ने Twitter पर लिखा-हमारी सरकार का ग्राहकों की बेहतर सुरक्षा और संतुष्टि का निरंतर प्रयास रहा है। इसी कड़ी में 16 जून, 2021 में 256 जिलों में हॉलमार्किंग अनिवार्य रूप से लागू किया जा रहा है। अगस्त 2021 तक इस मामले में कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।