पोस्ट ऑफिस की इस जोखिम रहित स्कीम में उच्च रिटर्न के साथ मिल रही मंथली इनकम
Post Office Monthly Income Scheme पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम आयकर में छूट प्रदान नहीं करती है। योजना में ब्याज आय भी टैक्सेबल होती है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। इन्वेस्टमेंट में अगर मंथली इनकम भी मिल रही हो, तो सोने पर सुहागा हो जाता है। अगर आप भी जोखिम मुक्त आसान मंथली रिटर्न स्कीम की तलाश में हैं, तो आपके लिए पोस्ट ऑफिस एक काफी अच्छी स्कीम ऑफर कर रहा है। इस स्कीम का नाम पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) है। यह एक स्मॉल सेविंग स्कीम है, जो कि एक मोटी रकम के निवेश पर फिक्स्ड मंथली इनकम देती है। तय मंथली इनकम और उच्च रिटर्न के कारण यह स्कीम सीनियर सिटीजंस के लिए काफी बेहतर है।
ये लोग उठा सकते हैं स्कीम का लाभ
कोई भी भारतीय नागरिक अपनी नजदीकी पोस्ट ऑफिस की ब्रांच में जाकर इस स्कीम को ले सकता है। पीओएमआईएस अकाउंट को आसानी से एक पोस्ट ऑफिस ब्रांच से दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर किया जा सकता है। पीओएमआईएस अकाउंट खुलवाने के लिए न्यूनतम आयु केवल 10 साल है। एनआरआई इस स्कीम का लाभ नहीं ले सकते हैं।
यह है निवेश की सीमा
इस स्कीम में अकाउंट खुलवाने के लिए न्यूनतम राशि 1,500 रुपये है। वहीं, इस स्कीम में अधिकतम राशि 4.5 लाख रुपये निवेश की जा सकती है। इस योजना में अकाउंट खुलवाते समय और उसके बाद नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध है।
खुलवा सकते हैं ज्वाइंट अकाउंट
इस योजना में दो या तीन लोग ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं। एक ज्वाइंट अकाउंट के लिए इस योजना में निवेश राशि की अधिकतम सीमा 9 लाख रुपये है। वहीं, सिंगल अकाउंट को बाद में ज्वाइंट अकाउंट में भी तब्दील किया जा सकता है।
मैच्योरिटी
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में मैच्योरिटी की अवधी पांच साल होती है।
नहीं मिलती कर में छूट
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम आयकर में छूट प्रदान नहीं करती है। योजना में ब्याज आय भी टैक्सेबल होती है।
इतना मिलता है ब्याज
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में ब्याज दर केंद्र सरकार द्वारा तय की हुई है। वित्त मंत्रालय हर तीन महिने में इस स्कीम की ब्याज दर तय करता है। अभी अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में ब्याज दर 7.6 फीसद तय की हुई है। योजना में ब्याज दर की गणना सालाना आधार पर तय होती है और जमाकर्ता को मासिक भुगतान होता है।