Mutual Fund: पहली बार निवेश करने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है बैलेंस फंड, निवेश करने से पहले हासिल करें पूरी जानकारी

म्यूचुअल फंड में निवेश करने का मन बना रहे लोगों के लिए बैलेंस फंड में निवेश करना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। जैसा कि नाम से पता चलता है वे निवेशकों को एक हाइब्रिड समाधान प्रदान करते हैं जिसमें इक्विटी और डेट दोनों का मिश्रण शामिल है।

By Abhishek PoddarEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 03:13 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:00 AM (IST)
Mutual Fund: पहली बार निवेश करने वालों के लिए अच्छा ऑप्शन है बैलेंस फंड, निवेश करने से पहले हासिल करें पूरी जानकारी
पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले लोगों के लिए बैलेंस फंड बेहतर ऑप्शन हो सकता है

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कई निवेशक बाजार में निवेश करने के बजाय अपने पैसे को फिक्स्ड-इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में लगाना पसंद करते हैं। उनमें से ज्यादातर शेयर में निवेश के बजाय फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश पसंद करते हैं। हालांकि, कई निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड निवेश के बेहतर विकल्प बन रहे हैं। म्यूचुअल फंड में निवेशकों के पास उनके जोखिम प्रोफाइल के आधार पर चुनने के लिए कई विकल्प होते हैं। फिर भी, वे निश्चित आय वाले निवेशों की तुलना में बेहतर प्रभावी रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं।

बैलेंस्ड फंड पहली बार म्यूचअल फंड में निवेश करने वालों के बीच काफी लोकप्रिय है। सेबी के पुन: वर्गीकरण के बाद, इन फंडों को हाइब्रिड स्कीम कहा जाता है, हालांकि इन्हें लोकप्रिय रूप से अभी भी बैलेंस्ड फंड के रूप में जाना जाता है। जैसा कि नाम से पता चलता है, वे निवेशकों को एक हाइब्रिड समाधान प्रदान करते हैं, जिसमें इक्विटी और डेट दोनों का मिश्रण शामिल है। इक्विटी पोर्टफोलियो लंबी अवधि में हाई इन्फ्लेशन अडजस्ट रिटर्न देने की क्षमता रखता है, वहीं डेट स्थिरता प्रदान करता है।

सेबी द्वारा प्रमाणित निवेश सलाहकार जितेंद्र सोलंकी के अनुसार "पहली बार म्यूचअल फंड में निवेश करने वालों के लिए बैलेंस्ड फंड एक अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है, लेकिन इसके लिए उनको एक लंबी अवधि को लेकर चलना होगा।"

एक हाइब्रिड फंड निवेशक निश्चित आय वाले उत्पादों की तुलना में अधिक रिटर्न की उम्मीद कर सकता है लेकिन शुद्ध इक्विटी योजनाओं के समान नहीं। बैलेंस्ड फंड्स की NAV (नेट एसेट वैल्यू) में अस्थिरता इक्विटी फंड्स की तुलना में अपेक्षाकृत कम होती है। इसमें तीन मेन कटेगरी हैं।

बैलेंस हाइब्रिड

बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड में, इक्विटी का एलोकेशन कुल असेट के 40 फीसद से 60 फीसद के बीच होना चाहिए, जबकि डेट का एलोकेशन 40 फीसद से 60 फीसद के बीच होना चाहिए। यह अनुपात फंड को एक संतुलित बनाता है और इसे कम अस्थिर रखता है।

अग्रेसिव हाइब्रिड

एक अग्रेसिव हाइब्रिड में इक्विटी का एलोकेशन कुल असेट के 65 फीसद से 80 फीसद के बीच होना चाहिए, जबकि डेट एलोकेशन कुल संपत्ति का 20 फीसद से 35 फीसद के बीच होना चाहिए। चूंकि बैलेंस्ड हाइब्रिड फंड की तुलना में इसमें इक्विटी आवंटन थोड़ा अधिक होता है, इसलिए फंड थोड़ा अधिक अग्रेसिव जोखिम वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त होता है।

बैलेंस अडवांटेज

यदि आप इस बारे में श्योर नहीं हैं कि परिसंपत्तियों के बीच डायवर्सिटी कैसे लायी जाए और इसे फंड मैनेजर पर छोड़ देना चाहते हैं, तो एक डायनमिक असेट एलोकेशन या बैलेंस्ड एडवांटेज योजना आपके लिए उपयुक्त होगी क्योंकि इसमें निवेश इक्विटी और डेट में डायनमिकली तौर पर मैनेज होता है।

कई युवा और यहां तक ​​कि वरिष्ठ नागरिक भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना छोड़ देते हैं, यह मानते हुए कि सभी फंड केवल इक्विटी में निवेश करते हैं। शुरुआत के रूप में, कोई बैलेंस फंड में निवेश करना शुरू कर सकता है और धीरे-धीरे किश्तों में निवेश बढ़ा सकता है। शुरुआत करने के लिए, पहली बार निवेश करने वाले और वरिष्ठ नागरिक जिन्होंने अभी तक इक्विटी ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड या बैलेंस्ड फंड में निवेश नहीं किया है, वे अपनी बचत का कम से कम 10 फीसद बैलेंस फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं।

यहां तक ​​​​कि वरिष्ठ नागरिक जो फिक्स्ड डिपॉजिट में अपना पैसा लगाते हैं, वे अपने पैसे का एक हिस्सा बैलेंस्ड फंड में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं, क्योंकि रिटायरमेंट के दौरान भी इक्विटी में कुछ निवेश की आवश्यकता होती है। फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में बैलेंस्ड फंड एक बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि उनमें लंबी अवधि में उच्च जोखिम-समायोजित रिटर्न की बेहतर क्षमता होती है।

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