Covid-19 Insurance Cover: सभी हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी कोरोना के इलाज को करती हैं कवर, जानें कौन सा हेल्‍थ कवर है खास

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना के तीसरी लहर आने की संभावनाएं भी व्यक्त कर चुके हैं। ऐसे में कोरोना के खतरे से खुद को अपने परिवार के बचाना काफी आवश्यक हो जाता है। कोरोना से इलाज के वक्त एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस खर्चे को कम करने में काफी मददगार साबित होता है।

By Abhishek PoddarEdited By: Publish:Mon, 09 Aug 2021 12:03 PM (IST) Updated:Mon, 09 Aug 2021 12:03 PM (IST)
Covid-19 Insurance Cover: सभी हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी कोरोना के इलाज को करती हैं कवर, जानें कौन सा हेल्‍थ कवर है खास
अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस Covid इलाज के खर्चे को कम करने में काफी मददगार साबित होता है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश कोराना महामारी की दूसरी लहर से उबरने की स्थिति में है, पर कई जगहों पर दोबारा से संक्रमण के बढ़ते मामले की वजह से अभी भी चिंताएं बनी हुई है। साथ ही कई सारे स्वास्थ्य विशेषज्ञ कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावनाएं भी व्यक्त कर चुके हैं। ऐसे में हमें कोरोना के खतरे से खुद को और अपने परिवार को बचाना काफी आवश्यक हो जाता है। कोरोना से बेहतर इलाज के वक्त एक अच्छे कवर वाला हेल्थ इंश्योरेंस आपके इलाज पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ और खर्चे को कम करने में काफी मददगार साबित होता है।

देश में कोविड संक्रमित मरीजों की संख्या को ध्यान में रखते हुए भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सभी हेल्थ इंश्योरेंस को कवर करने वाली पॉलिसी में कोरोना से संबंधित इलाज को भी कवर करने का निर्देश दिया है।

ऑप्टिमा मनी मैनेजर कंपनी के फाउंडर और CEO पंकज मठपाल के अनुसार "हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी सभी पॉलिसी कोविड के इलाज को कवर करती हैं। हालांकि कोविड से इलाज के लिए अलग से कोविड रक्षक जैसी कुछ पॉलिसी हैं, पर भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (IRDAI) के अनुसार सारी बीमा पॉलिसी में कोविड के खतरों को कवर करना अनिवार्य कर दिया गया है"। हालांकि पंकज मठपाल के अनुसार "लोगों का हेल्थ इंश्योरेंस काफी कम है और लोगों को हेल्थ पॉलिसी में ज्यादा निवेश करने की जरूरत है"।

इसके अलावा पंकज मठपाल लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत ही सुपर टॉपअप पॉलिसी लेने की सलाह देते हैं। सुपर टॉपअप पॉलिसी लोगों के लिए सस्ती भी पड़ती है और इसमें बेहतर कवर का लाभ भी मिलता है। सुपर टॉपअप पॉलिसी में अगर आप अपनी बेसिक पॉलिसी को 25 लाख तक बढ़ाते हैं तो वह डिडेक्टेबल होता है, अर्थात आप एक निश्चित कवर के बाद ही उसका लाभ उठा सकते हैं। इसके अनुसार यदि आपका क्लेम 5 लाख तक का है तो इसे आप बेसिक पॉलिसी से ले सकते हैं। लेकिन अगर आपका क्लेम 6 लाख का आता है तो 5 लाख तक का क्लेम आपको बेसिक पॉलिसी से मिलेगा और 1 लाख का सुपर टॉपअप से हासिल होगा। सुपर टॉप अप पॉलिसी में क्लेम आने के चांसेस कम होते हैं जिस वजह से इसमें कम प्रीमियम भी देना होता है।

पंकज मठपाल उन लोगों को भी सुपर टॉपअप पॉलिसी लेने की सलाह देते हैं जिनका हेल्थ इंश्योरेंस उनके ऑफिस की तरफ से किया जाता है, क्योंकि सुपर टॉपअप पॉलिसी आकस्मिक तौर पर आने वाली स्वास्थ्य से संबंधित खर्चों को कवर करती है। कई बार कोरोना की स्थिति में ऐसा होता है कि हमारा 5 लाख का कवर पूरा हो जाता है, पर यदि उसके बाद आपको कोई और बीमारी हो जाती है तो उस स्थिति में सुपरटॉप अप काफी मददगार होता है। मठपाल के अनुसार "IRDAI के द्वारा सभी हेल्थ इंश्योरेंस में कोविड का इलाज कवर होने के बाद कोविड रक्षक या कोविड कवच जैसी पॉलिसी लेने का कोई मतलब नहीं रह जाता है, क्योंकि इसमें कवर की राशि काफी कम है"।

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