Share Market Tips: आ रहा है मार्केट से मुनाफा कमाने का मौका, इन शेयरों में निवेश से होगी आपकी चांदी

Share Market Tips एक्सपायरी की घबराहट भारत में हमेशा होती है क्योंकि इसे ऑप्शन मार्केट यानी कॉल और पुट के जरिए नियंत्रित किया जाता है। उदाहरण के लिए गुरुवार को साप्ताहिक समाप्ति के दिन 9 मिलियन 15800 कॉल्स लिखे गए थे जबकि 7.8 मिलियन 15700 पुट लिखे गए थे।

By Pawan JayaswalEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:22 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:07 AM (IST)
Share Market Tips: आ रहा है मार्केट से मुनाफा कमाने का मौका, इन शेयरों में निवेश से होगी आपकी चांदी
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नई दिल्ली, किशोर ओस्तवाल। यह फिर से एक अस्थिर सप्ताह था। 15800-15820 का आंकड़ा चखने के बाद बाजार में कमजोरी के संकेत दिखे। इससे पहले कि हम अपने निष्कर्षों को सही परिप्रेक्ष्य में रखें, यह स्पष्ट कर दें कि 14200 से 15900 तक बाजार को ले जाने वाले बहुत शक्तिशाली हैं और अगर उन्होंने निफ्टी में 1700 अंकों की रैली लायी है, तो वे और 100 अंक हासिल करने में सक्षम हैं, जिससे निफ्टी 16000 के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर जाए। यहां तक ​​कि हमारा 15900 का अनुमानित लक्ष्य भी किसी रणनीति का हिस्सा नहीं था। जब आप नो मैन्स लैंड में होते हैं, तो लक्ष्य निर्धारित करना मुश्किल होता है। 17500 और 18500 के हमारे लक्ष्य वित्त वर्ष 2022 के लिए आय वृद्धि पर आधारित है, जो क्यूई आवंटन के अनुमानित प्रवाह के साथ युग्मित हैं।

एक्सपायरी की घबराहट भारत में हमेशा होती है, क्योंकि इसे ऑप्शन मार्केट, यानी कॉल और पुट के जरिए नियंत्रित किया जाता है। उदाहरण के लिए, गुरुवार को साप्ताहिक समाप्ति के दिन 9 मिलियन "15800" कॉल्स लिखे गए थे, जबकि 7.8 मिलियन "15700" पुट लिखे गए थे। सामान्य तौर पर, एक छोटा ट्रेडर 15700 को एक बड़े सपोर्ट के रूप में महसूस करते हुए हमेशा 15,700 के पास लॉन्ग जाता है। फिर, निफ्टी कुछ ही समय में गिरकर 15600 पर आ जाता है। इस पर ट्रेडर्स लॉन्ग और सेल कॉल्स को स्क्वायर-ऑफ कर देते हैं और फिर हम निफ्टी को 15700+ पर वापस देखते हैं।

सबसे पहले, 7.8 मिलियन पुट (आमतौर पर 4 मिलियन) लिखना एक मार्केट ऑपरेटर का काम है, न कि किसी आम आदमी का। हम कह सकते हैं कि ऐसा करके उन्होंने एक तीर से दो निशाने लगाए हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि एक तो वे सभी रिटेल पॉजिशंस को खा रहा है और उसी समय शायद एक खाते से दूसरे खाते में लाभ स्थानांतरित कर रहा है।

शुक्रवार को वैश्विक संकेत उतने बुरे नहीं थे। डाउ नीचे था लेकिन नैस्डैक ऊपर था। मीडिया नए वैरिएंट में संभावित तीसरी लहर पर चर्चा करता रहा और वह भी अगले 10 दिनों में, इसने ट्रेडर्स में दहशत पैदा कर दी। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन मीडिया ने फिर से लॉकडाउन की अवधारणा को उछाला और अकेले महाराष्ट्र में 8 लाख सक्रिय मामलों की भविष्यवाणी की (वर्तमान में 1.3 लाख मामले हैं)। जो लोग मीडिया का अनुसरण करते हैं, वे हार जाएंगे, जबकि स्मार्ट निवेशक अपना होमवर्क स्वयं करेंगे, और समय-समय पर कॉन्ट्रा कॉल लेंगे।

जब हमने कारोबारी सत्र के दौरान शुक्रवार की गिरावट का लाइव विश्लेषण किया, तो हमने पाया कि निफ्टी सिर्फ 3 लाख शेयरों की मात्रा के साथ 15778 पर चला गया, यानी लगभग 80 अंक ऊपर। फिर यह केवल 7 लाख शेयरों की मात्रा के साथ 15600 तक गिर गया। मात्रा करीब 15600 के स्तर पर बढ़ने लगी, जो चार्ट पर एक बड़ा सपोर्ट था, जो टूट गया। स्टॉप लॉस ट्रिगर हो गए और जब हम 15465 के निचले स्तर पर पहुंचे, तो निफ्टी वॉल्यूम 32 लाख शेयर की थी। एक थंब रूल के अनुसार, जब वॉल्यूम गायब होती हैं, तो यह हमेशा एक झूठा अलार्म होता है। हमने निफ्टी में 250 अंकों की तेजी के लिए खरीदारी शुरू की और ऐसा हुआ।

हमने मेटल शेयरों में अच्छी तेजी देखी और ट्रेडिंग कम्युनिटी इससे चूक गई। यह स्वाभाविक है, कि जब आप कुछ गंवा देते हैं, तो आप उससे नफरत करते हैं और शॉर्ट करने के मौके ढूंढते हैं। ठीक ऐसा ही मेटल शेयरों के साथ हुआ। मेटल रैली अभी खत्म नहीं हुई है। हमने 50% देखा है, शेष देखा जाना बाकी है। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह अभी शुरू हुई है। इस समय, जब चीन ने इन्वेंट्री का उपयोग करने की घोषणा की, तो उसने एक तस्वीर दी कि मेटल क्षेत्र में सब कुछ खत्म हो गया है और ट्रेडर्स ने हर तरह से मेटल के शेयरों को शॉर्ट करना शुरू कर दिया है। कृपया ध्यान दें कि चीन एक शुद्ध आयातक है। उन्होंने प्रदूषण के कारण कई संयंत्र बंद कर दिए हैं।

उन्होंने बेहद हताशा में इन उपायों की घोषणा की है। हमारा मानना ​​है कि वे लंबे समय तक इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। वे 10% निर्यात लेवी का भी प्रस्ताव कर रहे हैं। कृपया "Angang Steel" को देखें, जो चीन के सबसे बड़े इस्पात उत्पादकों में से एक है, जिसका अनुमान है कि इसका पहला आधा लाभ साल दर साल लगभग 860% बढ़कर 4.8 बिलियन युआन हो जाएगा। टैक्स लगाने का यही कारण है। चीन की कार्रवाई को देखते हुए दुनिया के अन्य देश भी धातु की कीमतों में और वृद्धि करेंगे और चीन उच्च कीमतों पर धातु की खरीद फिर से शुरू करने के लिए मजबूर होगा। हम दोहराते हैं कि जब तक QE जारी रहेगा, धातुओं, खनिजों और संसाधनों में धन का प्रवाह बना रहेगा। इसलिए, धातु शेयरों को शॉर्ट करना आत्मघाती है।

आजकल, इंट्राडे में भी गिरावट होती हैं। जब 15600 और 15500 का स्तर टूटा, तो बाजार हल्का हो गया। नई मार्जिन व्यवस्था की वजह से सस्ती कीमतों के कारण मुंह में पानी आने पर भी कोई नहीं खरीद सकता और जो खरीद सकते हैं, उनमें विश्वास की कमी है। अमेरिकी शेयरों ने अपने घाटे को बढ़ाया, क्योंकि सेंट लुइस फेड के अध्यक्ष जिम बुलार्ड ने सीएनबीसी पर कहा कि केंद्रीय बैंक से पहली दर वृद्धि 2022 में आने की संभावना है।

इस तरह के बयान देने की क्या जरूरत थी, जब फेड ने स्पष्ट किया था कि 2023 में दरों में बढ़ोतरी होगी। हम देखेंगे कि समय के साथ इसमें बदलाव किया जाएगा, जो डाउ की दिशा को बदल देगा।

जून में अब तक एफपीआई 15000 करोड़ रुपये के शुद्ध खरीदार थे और इसलिए किसी एक दिन बेचने से रुझान नहीं बदलता है। कल सकारात्मक एफआईआई नंबरों को एसबीआई कार्ड ब्लॉक डील और एफटीएसई री बैलेंसिंग फ्लो टाटा स्टील और ओएनजीसी के लिए समायोजित किया गया था। अगर निफ्टी फिर से 15500 के करीब जाता है, तो हमें लगता है कि यह खरीदारी करने का अच्छा मौका होगा।

वैकल्पिक तर्क यह है कि लगभग सभी पेनी स्टॉक अपर सर्किट में थे। वे खुले, पहले कुछ मामलों में लोअर सर्किट मारा और फिर ऊपरी सर्किट मारा। इस प्रक्रिया में, खुदरा अब बाहर हो गया है। ये शेयर अब कई अपर सर्किट से टकराएंगे। यदि यह तेजी का अंत होता, तो ये पेनी स्टॉक्स निचले सर्किटों में आ सकते थे। ध्यान रहे, हमने व्हाट्सएप ग्रुप्स में एक मैसेज सर्कुलेट होते देखा है, जिसमें लिखा था, ''अडानी पावर ने लोअर सर्किट और रिलायंस पावर ने अपर सर्किट को हिट किया'' यह सपने में भी कभी नहीं सोचा था।

आईपीओ में 20000-25000 करोड़ रुपये से अधिक की लाइन है। वहां एंकर निवेशकों के साथ-साथ मर्चेंट बैंकरों की भी प्रतिबद्धता है। अगर बाजार की रैली खत्म हो जाती, तो ये बड़े निवेशक (बाजार चालकों का हिस्सा) टॉस के लिए जाते। यह संभव नहीं है, क्योंकि वे बाजारों को नियंत्रित करते हैं। हां, निश्चित रूप से कुछ पैसा आईपीओ में प्रवाहित होगा, लेकिन यह हमेशा अतिरिक्त बैंक धन होता है, जिसका उपयोग बड़े आवेदन करने के लिए किया जाता है।

इस प्रकार, सभी संकेत अवांछित फैट को हटाने के लिए नियमित गिरावट की ओर हैं, जिसके बिना नई ऊंचाई संभव नहीं है। इसलिए, 15,900 से 15465 (2.73%) तक गिरावट देखने के बाद, जो बहुत स्वस्थ है, हम जल्द से जल्द एक नई ऊंचाई की उम्मीद कर सकते हैं। हमने अपने निफ्टी के 16600 के लक्ष्य को बरकरार रखा है। निवेशकों को डिप्स में खरीदने के लिए भी तैयार रहना चाहिए और यह तभी संभव है, जब आप इसके लिए तैयार हों।

बैंक निफ्टी ने भी 34000 तक अपनी गिरावट पूरी कर ली है। विजय माल्या के शेयरों की बिक्री से एसबीआई को 6200 करोड़ रुपये की वसूली की उम्मीद से बैंकिंग क्षेत्र में सकारात्मक संकेत जाएगा, जिससे सभी बैंक शेयरों को मदद मिलेगी। यह वर्तमान समय की सबसे बड़ी उपलब्धि है। सभी डिफॉल्टर्स किसी न किसी तरह से सेटलमेंट के लिए आगे आ रहे हैं। भारत की बैंकिंग प्रणाली मजबूत होती जा रही है। हमने सेंट्रम कैपिटल पर 18 रुपये प्रति शेयर पर खरीदारी शुरू की। अब खबर आई कि उसे "स्मॉल बैंक" का लाइसेंस मिल गया है। इसकी कीमत बढ़कर 54 रुपये प्रति शेयर हो गई है। रिसर्च की प्रक्रिया में कुछ अन्य शेयरों को खोजना जारी रहेगा जिनमें समान रूप से बढ़ने की क्षमता है।

(लेखक cniresearchltd.com के सीएमडी हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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