सपनों का आशियाना : अपना घर बनाने की ऐसे करें तैयारी, सुकून से निपट जाएंगे सारे काम

घर बनाने की प्लानिंग के बारे में सोचते ही सिर दर्द होने लगता है। लेकिन यह उतना पेचिदा नहीं जितना लगता है। हां काम थोड़ा टाइम टेकिंग है लेकिन बनने के बाद अपने घर में रहने का सुकून! क्‍या कहने।

By Ashish DeepEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 02:57 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 02:57 PM (IST)
सपनों का आशियाना : अपना घर बनाने की ऐसे करें तैयारी, सुकून से निपट जाएंगे सारे काम
क्‍या आप जानते हैं घर बनाने के लिए किन चीज़ों की ज़रूरत होती है। (Pti)

नई दिल्‍ली, मनोज विश्वनाथन। घर बनाने की प्लानिंग के बारे में सोचते ही सिर दर्द होने लगता है। लेकिन यह उतना पेचिदा नहीं जितना लगता है। हां, काम थोड़ा टाइम टेकिंग है, लेकिन बनने के बाद अपने घर में रहने का सुकून! क्‍या कहने। इस विषय को समझने में आसानी हो इसलिए कम शब्दों में ज्यादा बात इस आटिक्‍ल में आपको पढ़ने को मिलेगी। सबसे पहले जानते हैं कि घर बनाने के लिए किन चीज़ों की ज़रूरत होती है:

जमीन

एक घर बनाने के लिए, सबसे पहले आपको जमीन खरीदनी होगी। और अगर आपको कोई ज़मीन का टुकड़ा विरासत में मिला है तो आप किस्मत वाले हैं। आपने एक बहुत बड़ा खर्चा बचा लिया और समय भी।

कहां प्‍लॉट लें

ज़मीन का चुनाव बहुत जरूरी है। यह ज़मीन स्कूल, अस्पताल, मार्केट जैसी सुविधाओं के पास होनी चाहिए। इससे भी ज़्यादा ज़रूरी है की आप यह सुनिश्चित करें की ज़मीन एप्रूव्ड लेआउट में हो। इससे आपके लिए अपने घर के बिल्डिंग अप्रूवल के साथ-साथ बिजली, पानी, गैस कनेक्शन, आदि जैसी सुविधाओं को पाना आसान हो जाएगा। आप ऐसा डेवलपर ही चुनें जो किसी जानी-मानी संस्था द्वारा एप्रूव्ड हो। जब आप अपने नाम पर ज़मीन की रजिस्‍ट्री कराते हैं, तो यह भी सुनिश्चित करें कि राजस्व रिकॉर्ड में मालिकी बदल गई है, जो की विभिन्न नामों जैसे की पट्टा, दस्तावेज, 7/12 आदि से जाना जाता है।

Builder या ठेकेदार

घर बनाने के लिए आपको ऐसे व्यक्ति को ढूंढना होगा जिसे घर बनाने का अनुभव हो! जिन्‍हें हम ठेकेदार, राजमिस्त्री आदि भी कहते है। किसी ज्ञात व्यक्ति से सलाह लेना ही अच्छा है।

ठेकेदार चुनते समय आप इन पहलुओं पर ध्यान दें:

क्या ठेकेदार आपको समझता है? क्या वह आपकी पसंद का लेआउट तैयार कर सकता है? उसके बजट के भीतर काम करने की क्षमता पर भी ध्यान दें। समय सीमा के भीतर काम पूरा करने की क्षमता, आदि। इससे पहले की आप ठेकेदार से मिलें, आप अपने हिसाब से अगर एक अनुमानित बजट लेकर चलते हैं, तो यह आगे चलकर बहुत काम आएगा। इसके लिए आप ऑनलाइन उपलब्ध कंस्ट्रक्शन कैलकुलेटर्स का इस्‍तेमाल कर सकते हैं (यह अल्ट्रा टेक सीमेंट, टाटा स्टील की आशियाना, आदि जैसी वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगा)। फुटिंग, रीबर, प्लिंथ, लिंटेल, प्लास्टर, इत्यादि जैसे कुछ शब्दजाल सीखना भी उपयोगी है, जिससे आपके ठेकेदार को लगे की आपको हलके में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको घर बनाने में शामिल सभी चरणों का बुनियादी ज्ञान है, तो यह निश्चित रूप से मददगार होगा। आप इसे ऊपर दी गयी वेबसाइट्स द्वारा या कुछ यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियोज़ के ज़रिये आसानी से देख सकते हैं। 

बजट

अब बजट बनाने का समय है। बजट चाहे जैसा हो, कम पड़ ही जाता है। हकीकत में बात करें तो इंटरनेट पर आपके गहन शोध और ठेकेदार के साथ कुछ मोल भाव के बाद एक बजट तैयार करना चाहिए। मिस्त्री, कांट्रेक्टर, इत्यादि के साथ जो भी तय हो, उसे लिखित में ज़रूर लें।

आमतौर पर बजट दो कारणों से बढ़ जाते जाता है : (1) क्योंकि आप चाहते हैं की आपको क्षेत्र बढ़ाना चाहिए या अधिक महंगी सामग्री का इस्तेमाल करना चाहिए, इसलिए आप उसके हिसाब से निर्णय लेते हैं। (2) वेस्टेज के कारण।

अगर आप इन दो चीज़ों का ध्यान रखते हैं, तो आप बजट के अंदर घर बना लेने के लिए सक्षम होंगे। पर एक मित्र के तौर पर मेरी यह सलाह रहेगी की आपको अपने बजट से 10 फीसद अधिक राशि की व्यवस्था करके अलग रखनी चाहिए। यह आपको अपने घर बनाने की यात्रा के दौरान सहायक होगा।  

कहां से जुटाएं रकम

अब जब आपके पास अपना बजट है, तो आपको योजना बनानी होगी कि आप कैसे पैसों की व्यवस्था करेंगे। इसके लिए लोन लेना एक अच्छा विकल्प है क्योंकि आपको हाउसिंग लोन पर टैक्स बेनिफिट्स भी प्राप्त होते हैं। इसके लिए आप एक ऐसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी या बैंक की तलाश करें, जो आपको आसानी से लोन का प्री-पेमेंट करने की अनुमति दे, इससे आपको जल्द ही क़र्ज़ मुक्त होने में सहायता मिलेगी। आप कोशिश करें की पर्सनल लोन या अपने किसी रिश्तेदार से उधार ना लें। क्योंकी ये शॉर्ट टर्म्स के लोन होते हैं, जो आपकी आर्थिक स्थिति में खलल डाल सकते हैं।

सामने करवाएं काम

प्लॉट, ठेकेदार, बजट, फंड की व्यवस्था हो गई और अब समय है बैठकर आप अपने घर को तैयार होते हुए देखें। आपको हमेशा अपने ठेकेदार के साथ कदम से कदम मिलाकर ही नहीं बल्कि दो कदम आगे भी रहना होगा। एक ऐसे ठेकेदार को ढूंढने की कोशिश करें जो आपके लगातार हस्तक्षेप से नाराज न हो और आपकी ज़रूरतों को ठीक से समझे। आपको एक ऐसे ठेकेदार की ज़रूरत है जो की आपके नज़रिये से प्लान को देखे, समझे और उसे वास्तविकता में तब्दील कर सके।

(लेखक होम फर्स्ट फाइनेंस कंपनी इंडिया लिमिटेड के MD और CEO हैं और प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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