Corona Kavach या Corona Rakshak पॉलिसी नहीं होगा फायदे का सौदा, कॉम्प्रिहेंसिव Health Insurance लेना ही बेहतर

Covid-19 के दौरान और उसके बाद के मेडिकल खर्चों की भरपाई या पूर्ति के लिए एक समग्र स्वास्थ्य बीमा योजना में निवेश करना अधिक अर्थपूर्ण होगा। PC pixabay.com

By Manish MishraEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 10:26 AM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 07:04 AM (IST)
Corona Kavach या Corona Rakshak पॉलिसी नहीं होगा फायदे का सौदा, कॉम्प्रिहेंसिव Health Insurance लेना ही बेहतर
Corona Kavach या Corona Rakshak पॉलिसी नहीं होगा फायदे का सौदा, कॉम्प्रिहेंसिव Health Insurance लेना ही बेहतर

नई दिल्‍ली, कृष्णन रामचंद्रन। दिनों दिन कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। साथ में, इलाज संबंधी खर्चों से जुड़ी अनिश्चितताएं भी व्याप्त हैं। ऐसे में, लोगों ने स्वास्थ्य बीमा के लाभों को समझा है, जो चिकित्सकीय आपातकाली परिस्थितियों और अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान होने वाले खर्चों की पूर्ति करता है। किसी भी उम्र के लोग अब अपने और अपनों के लिए स्वास्थ्य बीमा खरीदना चाहते हैं। टीयर-2 और टीयर-3 शहरों समेत पूरे देश में बढ़ रही ऐसी जागरूकता के कारण स्वास्थ्य बीमा की मांग और खरीद दोनों बढ़ रही है। 

स्वास्थ्य बीमा लेते समय भविष्य बारे में जरूर सोचें 

स्वास्थ्य बीमा लोगों को इलाज के खर्चों को लेकर सुरक्षा प्रदान करता है। यह एक बीमित व्यक्ति और उसके परिवार को मेडिकल खर्चों की चिंता करने के बजाय, अपने स्वास्थ्य की बेहतरी पर फोकस रखने का मौका देता है। यह समझना अहम है कि स्वास्थ्य बीमा एक दीर्घकालिक उत्पाद है, हर व्यक्ति को हर साल इसका नवीकरण कराने की आवश्यकता होती है, ताकि वह अपनी और अपने परिवार की सेहत की हिफाजत कर सके। अतः एक स्वास्‍थ्‍य बीमा उत्पाद में निवेश से पहले किसी को भी भविष्य के लाभों की ओर देखना चाहिए, जो जीवन भर जारी रह सके। 

क्‍यों न लें कोरोना कवच या कोरोना रक्षक पॉलिसी?

कोविड-19 के विशेष स्वास्थ्य कवर कोरोना कवच और कोरोना रक्षक को ही लें- यह उत्पाद उन लोगों के बीच काफी प्रासंगिक है, जो कोरोना वायरस के चलते स्वास्थ्य खर्चों के लिए छोटी अवधि का कवर ढूंढ़ रहे हैं। जैसे ही कोरोना वायरस के मामले चले जाएंगे, उम्मीद है कि अगले साल तक यह हो जाएगा, तब लोगों को रोग विशिष्ट स्वास्थ्य कवर में बहुत अधिक रुचि नहीं दिखाई दे सकती है और वे योजना से बाहर निकल सकते हैं। यह स्थिति लोगों को जोखिम में डालेगी। भारत में जिस तरह से इलाज के खर्चों में वृद्धि के कारण मेडिकल महंगाई बढ़ रही है, ऐसी स्थिति में बगैर उचित बीमा कवर के और इलाज/अस्‍पताल में भर्ती होने के खर्चों के कारण किसी की भी जिंदगी भर की कमाई साफ हो सकती है। यह जोखिम उठाने लायक तो कतई नहीं है। क्या होगा, अगर कोई और रोग निकट भविष्य में तूफान मचा दे? पिछले कुछ वर्षों में, हमने भारत में जीवनशैली संबंधी बीमारियों को ब़ढ़ते हुए देखा ही है। जैसे, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी रोग। वास्तव में, भारत में करीब 60 प्रतिशत से अधिक मौतें जीवनशैली या गैर-संक्रामक बीमारियों के चलते होती हैं।  

कॉम्प्रिहेंसिव Health Insurance Poilicy लेने में है फायदा

इसलिए, लोगों को कोविड-19 के दौरान और उसके बाद के मेडिकल खर्चों की भरपाई या पूर्ति के लिए एक समग्र स्वास्थ्य बीमा योजना में निवेश करना अधिक अर्थपूर्ण होगा। लोग स्वास्थ्य बीमा का अधिकतम लाभ ले सकते हैं, क्योंकि समग्र योजना कई सारे रोगों से बचाती है और इसमें कोविड-19 भी है। इसके अलावा, इसमें कई सारे अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। जिस तेजी से इलाज से जुड़े खर्चे बढ़ रहे हैं, वैसे में यह सलाह दी जाती है कि उच्च बीमा राशि वाले उत्पादों का ही चयन करें या ऐसे उत्पाद चुनें, जो उसी या अलग-अलग बीमारियों के लिए बीमा राशि बहाल कर सके। 

आरोग्य संजीवनी भी है एक बेहतर विकल्‍प

मैक्स बुपा-कोविड-19 सर्वे 11 शहरों में कराया गया और यह बताता है कि 57 प्रतिशत लोग किसी भी नए-पुराने प्रचलित रोगों को कवर के लिए समग्र स्वास्थ्य बीमा योजना के महत्व को समझते हैं। उन लोगों के लिए किफायती योजनाएं भी हैं, जो बुनियादी कवर चाहते हैं और वे आरोग्य संजीवनी चुन सकते हैं या कोई भी सामान्य स्वास्थ्य बीमा योजना, जो कोविड संबंधी इलाज को भी कवर करता है, क्योंकि लघु और दीर्घावधि स्वास्थ्य लाभों के लिए बने उत्पादों का मिश्रण ही समय की मांग है। 

कैंसर या किडनी संबंधी रोगों में एक ही साल के अंदर कई बार अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। इसलिए स्वास्थ्य बीमा खरीदने से पहले लोगों को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए। लोग अधिकतम रोगों से सुरक्षा के लिए उच्च बीमा राशि के साथ क्षतिपूर्ति स्वास्थ्य बीमा योजना का विकल्प चुनकर समझदारी भरा कदम उठा सकते हैं। लोगों को समग्र स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए, जो लोगों की बढ़ती स्वास्थ्य-जरूरतों की पूर्ति कर पाए। 

निष्कर्ष

कोई भी बीमार पड़ने की योजना नहीं बनाता। लेकिन अपने जीवन के किसी मोड़ पर हम सभी को चिकित्सकीय हस्तक्षेप व देखभाल की जरूरत पड़ती है। देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से जुड़े खौफनाक आंकड़े लोगों के लिए चेतावनी हैं कि वे अपने स्वास्थ्य को अधिक प्राथमिकता दें। इस जागरूकता को फैलाने और रास्ते दिखाने का यही उचित समय है और अपने और अपनों की सुरक्षा के लिए सही स्वास्थ्य बीमा योजना का चयन कर भविष्य में घटित होने वाले किसी भी अनचाहे चिकित्सकीय खर्चों की पूर्ति के लिए काफी हद तक तैयार भी रहें। 

(लेखक मैक्स बुपा हेल्थ इंश्योरेंस के एमडी एवं सीईओ हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।) 

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