Union Budget 2021: सरकार बजट में कुछ वस्तुओं पर बढ़ा सकती है सीमा शुल्क, चर्चा जारी

फुटवियर पर सीमा शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया था खिलौने में 20 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक शुल्क में वृद्धि की गई थी जबकि फ्रीजर ग्राइंडर और मिक्सर पर सीमा शुल्क दोगुना किया गया था।

By NiteshEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 05:00 PM (IST) Updated:Fri, 29 Jan 2021 07:48 AM (IST)
Union Budget 2021: सरकार बजट में कुछ वस्तुओं पर बढ़ा सकती है सीमा शुल्क, चर्चा जारी
Govt may increase customs duty on certain components in Union Budget 2021

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का आठवां बजट पेश करेंगी। इस बार केंद्र सरकार कुछ कंपोनेंट्स पर सीमा शुल्क बढ़ा सकती है। सूत्रों के अनुसार, मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देने के लिए केंद्र विभिन्न कंपोनेंट्स के कुछ हिस्सों पर सीमा शुल्क बढ़ाने पर विचार कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा और विचार-विमर्श अभी भी जारी है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

Govt may increase customs duty on certain components in Union Budget 2021: Sources

Read @ANI Story | https://t.co/O0LRxX3yj8" rel="nofollow pic.twitter.com/8dJGiOC987

— ANI Digital (@ani_digital) January 27, 2021

पिछले साल अपना दूसरा बजट पेश करते हुए सीतारमण ने खिलौने, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जूते, फ्रीज़र, रेफ्रिज़रेटिंग उपकरण, ग्राइंडर और मिक्सर, हेडफ़ोन और इयरफ़ोन, रंगीन टीवी और चार्जर सहित कई मदों पर सीमा शुल्क में वृद्धि की घोषणा की थी।

यह भी पढ़ें: बैंक के नाम से आने वाली फर्जी कॉल की कैसे करें पहचान, क्या है बचने का तरीका, जानिए

फुटवियर पर सीमा शुल्क 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत किया गया था, खिलौने में 20 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक शुल्क में वृद्धि की गई थी, जबकि फ्रीजर, ग्राइंडर और मिक्सर पर सीमा शुल्क दोगुना किया गया था।

1 फरवरी, 2020 को सीमा शुल्क वृद्धि

1 फरवरी, 2020 को सीमा शुल्क वृद्धि की घोषणा करते हुए सीतारमण ने कहा था कि मेक इन इंडिया की केंद्र की नीति ने लाभांश देना शुरू कर दिया है। भारत अब विश्व स्तरीय माल बना रहा है और ऐसे उत्पादों का निर्यात कर रहा है।

शरतुल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी के पार्टनर रजत बोस ने कहा कि केंद्र सरकार आमतौर पर पिछले चार-पांच सालों से कुछ वस्तुओं पर सीमा शुल्क बढ़ा रही है। हालांकि, आयात में कमी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह सरकार के दिमाग में ये बात पहले से ही होगी। मेरा मानना ​​है कि वे अभी भी कच्चे माल के कंपोनेंट्स पर सीमा शुल्क में वृद्धि जारी रखेंगे।

chat bot
आपका साथी