Budget 2021: कृषि सेक्टर को नई टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए प्रोत्साहन की है उम्मीद, जानें इंडस्ट्री लीडर्स की मांग
कोरोना महामारी के काल में जब दुनियाभर की इकोनॉमी चरमरा गई उसी वक्त भारत में कृषि क्षेत्र में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली। इससे इस बात को एक बार फिर से मजबूती मिली है कि भारत की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान सर्वाधिक है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोरोना महामारी के काल में जब दुनियाभर की इकोनॉमी चरमरा गई, उसी वक्त भारत में कृषि क्षेत्र में सकारात्मक वृद्धि देखने को मिली। इससे इस बात को एक बार फिर से मजबूती मिली है कि भारत की जीडीपी में कृषि क्षेत्र का योगदान सर्वाधिक है। इसी वजह से सरकार भी देश को कृषि सेक्टर का सबसे बड़ा निर्यातक बनाने की दिशा में काम कर रही है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कृषि सेक्टर से जुड़े विशेषज्ञ और कंपनियां बजट से किस तरह का आस लगाए बैठी हैं। उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को आगामी केंद्रीय बजट पेश करेंगी।
Aquaconnect के फाउंडर और सीईओ राजमनोहर सोमासुंदरम ने कहा है कि सरकार को भूमि को लीज पर देने के लिए एक सिंगल विंडो लीजिंग प्रोग्राम लाना चाहिए। इससे पढ़े-लिखे युवा आसानी से एक्वाकल्चर में प्रवेश कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार को नई टेक्नोलॉजी को अपनाने पर जीएसटी सब्सिडी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी पर आधारित कृषि से ना सिर्फ किसान अपना उत्पादन बढ़ा पाएंगे बल्कि डेटा इंटेलिजेंस की मदद से पॉलिसीमेकर्स, रेगुलेटरी, बैंकर्स, इंश्योरेंस कंपनियां डेटा पर आधारित नीतियां तय कर पाएंगी।
उन्होंने मूल्य की गारंटी के लिए नया फाइनेंशियल इंस्ट्रुमेंट लाने का सुझाव दिया है।
एग्री फिनटेक Arya के को-फाउंडर और सीईओ प्रसन्न राव ने आगामी बजट में एग्री फिनटेक स्टार्टअप एनबीएफसी को पीएसएल में शामिल करने जैसे उपाय करने का सुझाव दिया है।
Omnivore के मैनेजिंग पार्टनर जिनेश शाह ने कहा कि कोविड-19 की वजह से पैदा हुए बाधाओं के निवारण में एग्रीटेक से काफी मदद मिली। मुश्किल भरे इस समय में सेक्टर को सरकार से काफी अधिक मदद मिली। वहीं, किसानों पर आधारित डीबीटी पहलों से ग्रामीण इकोनॉमी में लचिलता विकसित करने में काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि आगामी बजट में इसी तरह के कदम उठाए जाने की उम्मीद की है जिससे आने वाले समय में कृषि सेक्टर में मोमेंटम बना रहा सकता है।