चीन को बड़ा झटका, Samsung ने नोएडा में लगायी डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट

इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की अग्रणी कंपनी Samsung ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के निर्माण का काम पूरा कर लिया है। इस फैसिलिटी को चीन से नोएडा शिफ्ट किया गया है। कंपनी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 05:33 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 07:06 AM (IST)
चीन को बड़ा झटका, Samsung ने नोएडा में लगायी डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट
यह टीवी स्क्रीन की सांकेतिक तस्वीर है। (PC: Pexels)

नई दिल्ली, पीटीआइ। इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की अग्रणी कंपनी Samsung ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के निर्माण का काम पूरा कर लिया है। इस फैसिलिटी को चीन से नोएडा शिफ्ट किया गया है। कंपनी की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। Samsung के प्रेसिडेंट और सीईओ (दक्षिण पश्चिम एशिया) केन कांग के नेतृत्व में एक डेलिगेशन ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी।

ऑफिशियल रिलीज में कहा गया है कि डेलिगेशन ने कहा कि सैमसंग ने बेहतर औद्योगिक माहौल और निवेशकों के अनुकूल नीतियों को ध्यान में रखते हए नोएडा में डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट (Samsung's Display Manufacturing Unit) स्थापित करने का निर्णय किया। इस रिलीज में कहा गया है कि यह डिस्प्ले यूनिट पहले चीन में स्थापित थी। कंपनी ने कहा है कि यूनिट को स्थापित करने का काम पूरा हो चुका है।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि Samsung की नोएडा स्थित फैक्टरी 'मेक इन इंडिया' (Make in India) कार्यक्रम की सफलता का सबसे उपयुक्त उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इस यूनिट की स्थापना से राज्य के युवाओं को प्रदेश में ही नौकरी पाने में मदद मिलेगी।

योगी आदित्यनाथ ने डेलिगेशन को इस बात को लेकर आश्वस्त किया कि राज्य सरकार भविष्य में भी सैमसंग कंपनी को मदद देना जारी रखेगी। 

प्रतिनिधिमंडल (डेलिगेशन) ने कहा कि निर्माण कार्य भारत एवं उत्तर प्रदेश को मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने को लेकर सैमसंग की प्रतिबद्धता को दिखाता है।

सैमसंग के इस यूनिट के निर्माण के साथ भारत में कंपनी के मोबाइल फोन और टीवी सस्ते हो जाएंगे। दूसरी ओर, कोरोना महामारी से उपजी परिस्थितियों में चीन से निकलने की कोशिश कर रही कंपनियों को भारत में अपनी इकाइयां स्थापित करना प्रोत्साहन हासिल होगा। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार दूसरे देशों की कंपनियों को आकर्षित करने के लिए लगातार कोशिशों में लगी है।

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