TCS ने India Post के 1.5 लाख डाकघरों को मॉर्डन बनाने में की मदद

कंपनी ने वर्ष 2013 में घोषणा की थी कि उसे डाक विभाग से सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण कार्यक्रम के लिए 1100 करोड़ रुपये का ठेका मिला है

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 11:04 AM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 11:41 AM (IST)
TCS ने India Post के 1.5 लाख डाकघरों को मॉर्डन बनाने में की मदद
TCS ने India Post के 1.5 लाख डाकघरों को मॉर्डन बनाने में की मदद

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा प्रदाता कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने भारतीय डाक की उसके 1.5 लाख डाकघरों को आधुनिक बनाने में मदद की है। टीसीएस ने इसके लिए एक एकीकृत समाधान पेश किया है।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि वर्ष 2013 में मुंबई आधारित इस कंपनी ने घोषणा की थी कि उसे डाक विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट) से सूचना प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण कार्यक्रम के लिए 1,100 करोड़ रुपये का ठेका मिला था। कंपनी ने बताया कि उसे यह जिम्मा बहुवर्षीय-ठेके के तहत मिला है। इस पार्टनरशिप का उद्देश्य इंडिया पोस्ट (भारतीय डाक) को आधुनिक प्रौद्योगिकी तथा प्रणाली से लैस करना था ताकि डाकघर अपने ग्राहकों को और सेवाओं की पेशकश प्रभावी तरीके से कर पाए।

टीसीएस की ओर से जारी बयान में कहा गया, "इस पूरे बदलाव के के केंद्र में टीसीएस द्वारा डिजाइन और कार्यान्वित किया गया कोर सिस्टम इंटीग्रेशन कार्यक्रम है। इसमें एकीकृत ईआरपी (एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग) का उपयोग करना शामिल था। यह डाक सेवाओं, वित्त, लेखा तथा मानव संसाधन कार्यों को बेहतर बनाता है। साथ ही यह 1.5 लाख से अधिक डाकघरों के नेटवर्क को जोड़ता है, जिससे यह दुनिया में सबसे बड़े वितरित ई-पोस्टल नेटवर्क का निर्माण करता है।"

इसके साथ ही टीसीएस ने बताया कि उसने 24,000 डाकघरों में 80,000 प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) टर्मिनल के जरिए पीओएस समाधान क्रियान्वित किया है। साथ ही वेब पोर्टल बनाया है जो भेजे गए सामान की ट्रैकिंग करने में पूरी तरह से सक्षम है।

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