SBI के मुनाफे में 80% का भारी उछाल, जानिए मार्च तिमाही में स्टेट बैंक के इस शानदार रिजल्ट की बड़ी वजह

SBI ने वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी और आखिरी तिमाही में एकल शुद्ध लाभ में 80 फीसद के उछाल की सूचना शुक्रवार को दी। इस तरह जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान स्टेट बैंक का शुद्ध लाभ 6450.75 करोड़ रुपये पर रहा।

By Ankit KumarEdited By: Publish:Fri, 21 May 2021 05:01 PM (IST) Updated:Sat, 22 May 2021 08:33 AM (IST)
SBI के मुनाफे में 80% का भारी उछाल, जानिए मार्च तिमाही में स्टेट बैंक के इस शानदार रिजल्ट की बड़ी वजह
फंसे हुए कर्ज में कमी से बैंक के मुनाफे में यह बढ़ोत्तरी हुई है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी और आखिरी तिमाही में एकल शुद्ध लाभ में 80 फीसद के उछाल की सूचना शुक्रवार को दी। इस तरह जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान स्टेट बैंक का शुद्ध लाभ 6,450.75 करोड़ रुपये पर रहा। फंसे हुए कर्ज में कमी से बैंक के मुनाफे में यह बढ़ोत्तरी हुई है। SBI ने शेयर बाजारों को जानकारी दी है कि वित्त वर्ष 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक को 3,580.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। इसी तरह वित्त वर्ष 2020-21 की आखिरी तिमाही में बैंक की कुल आमदनी बढ़कर 81,326.96 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में बैंक को 76,027.51 करोड़ रुपये की कुल आमदनी हुई थी।

आलोच्य तिमाही में बैंक की ब्याज से होने वाली आय 19 फीसद के उछाल के साथ 27,067 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। पिछले साल की समान तिमाही में यह आंकड़ा 22,767 करोड़ रुपये पर रहा था। 

वित्त वर्ष 2020-21 की चौथी तिमाही में समेकित आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 60 फीसद की बढ़त के साथ 7,270.25 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में समेकित आधार पर बैंक को 4,557.49 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था।

एनपीए में उल्लेखनीय सुधार रही बड़ी वजह

बैंक की आय में भारी उछाल की बड़ी वजह एसेट क्वालिटी में सुधार रहा। आलोच्य तिमाही में बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPAs) घटकर कुल लोन के 4.98 फीसद पर रहीं। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2019-20 की समान तिमाही में बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां कुल लोन के 6.15 फीसद पर रही थीं।  

इसी तरह आलोच्य तिमाही में नेट एनपीए या फंसे हुए कर्ज भी घटकर 1.50 फीसद पर आ गए। पिछले साल के जनवरी-मार्च तिमाही में यह 2.23 फीसद पर रहा था। इस वजह से फंसे हुए कर्ज के लिए बैंक की प्रोविजनिंग 17 फीसद की कमी के साथ 9,914 करोड़ रुपये पर रह गई। वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में बैंक ने 11,894 करोड़ रुपये की प्रोवजनिंग की थी। 

पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक का एकल आधार पर शुद्ध मुनाफा 41 फीसद के उछाल के साथ 20,110.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, वित्त वर्ष 2019-20 में बैंक को 14,488.11 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ हुआ था।

बैंक के बोर्ड ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए चार रुपये प्रति शेयर की दर से लाभांश देने की सिफारिश की है। 

BSE पर SBI के एक शेयर की कीमत 4.30 फीसद के उछाल के साथ 401.10 रुपये पर रही।  

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