Stock Market के नए नियम को लेकर Sebi ने किया आगाह, कही यह बड़ी बात
T+1 settlement system को लेकर जारी ऊहापोह की स्थिति को बाजार नियामक Sebi ने साफ किया है। Sebi के चेयरमैन अजय त्यागी के मुताबिक T+1 (trade plus one day) settlement cycle बाजार के सभी निवेशकों के हित के लिए उठाया गया कदम है।
नई दिल्ली, पीटीआई। T+1 settlement system को लेकर जारी ऊहापोह की स्थिति को बाजार नियामक Sebi ने साफ किया है। Sebi के चेयरमैन अजय त्यागी के मुताबिक T+1 (trade plus one day) settlement cycle बाजार के सभी निवेशकों के हित के लिए उठाया गया कदम है। इससे Liquidity पर असर नहीं पड़ेगा।
क्या है T+1 Settlement
टी+1 सेटलमेंट (T+1 Settlement) का मतलब है कि वास्तविक लेन-देन होने के एक दिन के भीतर सौदे का निपटान होगा। इस समय भारतीय शेयर बाजारों पर सौदों का निपटान लेनदेन के बाद दो वर्किंग डे में किया जाता है, जो T+2 कहा जाता है। यानि बैंक खाते में शेयर बेचकर मिलने वाली रकम अगले दिन क्रेडिट हो जाएगी।
त्यागी ने कहा कि शेयर बेचने का सेटलमेंट जल्द होना बाजार के निवेशकों के लिए अच्छा है। यह सभी के हित में है और नया सिस्टम नकदी प्रवाह को लेकर कोई गड़बड़ी भी नहीं करेगा। Broker Association ने इस सिस्टम को लेकर चिंता जताई थी।
हालांकि शेयर बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि Sebi के इस व्यवस्था को शुरू करने से ग्राहकों के लिए मार्जिन जरूरत कम करने में मदद मिल सकती है। इससे इक्विटी बाजारों में खुदरा निवेश (Retail Investment) को बढ़ावा मिलेगा।
सेबी ने बीते हफ्ते सर्कुलर में शेयर बाजारों को वैकल्पिक आधार पर T+1 सेटेलमेंट अपनाने की अनुमति दी थी। नई व्यवस्था 1 जनवरी 2022 से लागू होगी। इस पर Mywealthgrow.com ]के कोफाउंडर हर्षद चेतनवाला का कहना है कि अभी टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। सेटलमेंट में कई संस्थाएं शामिल हैं।
Sharekhan, बीएनपी परिबास के सीईओ जयदीप अरोड़ा के मुताबिक T+1 निपटान का नया नियम नियामक की ओर से एक अच्छा कदम है, क्योंकि इससे ग्राहकों के लिए मार्जिन की जरूरत को कम करने में मदद मिल सकती है और इक्विटी बाजारों में खुदरा निवेश बढ़ेगा।
LearnApp.com के संस्थापक और सीईओ प्रतीक सिंह ने कहा कि T+1 सेटेलमेंट शेयर बाजार में सभी प्रतिभागियों के लिए अच्छा कदम है। शेयर बाजारों के पास इन व्यवस्था को चुनने का विकल्प है।